Shivraj Chouhan On World Enviroment Day 2020; Madhya Pradesh Chief Minister Appeals To Citizens Must Plant Trees | शिवराज ने कहा- हमारा प्रदेश जैव विविधता के लिहाज से बेहद समृद्ध; नदियां, पहाड़ और जंगल हमारी शान हैं, हर व्यक्ति साल में एक पौधा जरूर रोपे

Shivraj Chouhan On World Enviroment Day 2020; Madhya Pradesh Chief Minister Appeals To Citizens Must Plant Trees | शिवराज ने कहा- हमारा प्रदेश जैव विविधता के लिहाज से बेहद समृद्ध; नदियां, पहाड़ और जंगल हमारी शान हैं, हर व्यक्ति साल में एक पौधा जरूर रोपे


  • राज्य में सतपुड़ा, विंध्य और मैकाल पर्वत श्रृंखलाओं के साथ जीवनदायिनी नर्मदा प्रवाहमान है
  • मुख्यमंत्री ने कहा- शिप्रा, चंबल, बेतवा और ताप्ती नदियां प्रदेश की जल सपंदा को समृद्ध करती हैं

दैनिक भास्कर

Jun 05, 2020, 06:33 PM IST

भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व पर्यावरण दिवस पर अपने संदेश में कहा है कि हमें प्राकृतिक धरोहर और जैव विविधता के संरक्षण के अपने दायित्व को पूरा करने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को साल में कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। अधिक लगाए तो यह प्रकृति के साथ ही मानवता के पक्ष में किया गया कार्य होगा। जैव विविधता इस साल के विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य विषय है। हमारा प्रदेश जैव विविधता के लिहाज से एक समृद्ध प्रदेश है। यहां सतपुड़ा, विंध्याचल और मैकल पर्वत श्रृंखलाओं के साथ जीवन दायिनी नर्मदा का प्रवाहमान है।

मुख्यमंत्री ने यहां मंत्रालय के नवीन भवनों के निकट स्थित उद्यान परिसर में पौधे लगाए। मुख्यमंत्री ने मौलश्री का पौधा लगाया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को साल में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। धरती को यदि बचाना है तो हमें पर्यावरण बचाना होगा और इसके लिए पेड़ लगाने होंगे। 

शिप्रा, चंबल, बेतवा और ताप्ती हमारी धरोहर हैं: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ ही शिप्रा,चंबल, बेतवा और ताप्ती जैसी नदियां प्रदेश की जल सम्पदा को समृद्ध करती है, हमारी धरोहर हैं। वर्तमान समय में संपूर्ण मानवता एक कठिन दौर से गुजर रही है। इसको देखते हुए जैव विविधता को पर्यावरण दिवस का मुख्य विषय बनाना प्रासंगिक है। पर्यावरण की रक्षा और जैव विविधता के संरक्षण के लिए मध्य प्रदेश सरकार संकल्पबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती उपस्थित कर दी है। उन्होंने कहा कि यह चुनौती के साथ एक अवसर भी है कि हम समकालीन पर्यावरणीय समस्याओं, जैव विविधता के संरक्षण से जुड़ी चुनौतियों, प्रदूषण के विभिन्न कारकों तथा मनुष्यों और जीव जगत के द्वंद, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास जैसे विषयों पर चिंतन करें। 

मुख्यमंत्री हाउस में मोर निकला, जिसे सीएम ने ट्ववीटर पर शेयर कर विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई दी। 

2 लाख 57 हजार पौधे लगाए जाएंगे 

मुख्यमंत्री ने बताया कि हरदा, खंडवा, सीहोर एवं होशंगाबाद जिले की विभिन्न नदियों के किनारे 2 लाख 57 हजार पौधे रोपे जाएंगे। हरदा जिले के टिमरनी, रहटगांव, सिराली एवं हंडिया में 603 किसानों द्वारा 01 लाख 85 हजार पौधे, खंडवा के विकासखंड हरसूद के विभिन्न ग्रामों में 218 किसानों द्वारा 50 हजार पौधे, सीहोर के नसरूल्लागंज में 15 किसानों द्वारा 5 हजार पौधे, होशंगाबाद के इटारसी में 30 किसानों द्वारा 12 हजार पौधे तथा देवास जिले के खातेगांव में 5 हजार पौधे लगाए जाएंगे।

‘टाइम फॉर नेचर’ थीम पर
संयुक्त राष्ट्र संघ के आव्हान पर विश्व पर्यावारण दिवस 5 जून को मध्यप्रदेश के सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किये गये। विश्व पर्यावरण दिवस की जैव-विविधता के संरक्षण पर केन्द्रित थीम ‘टाईम फॉर नेचर’ के तहत कार्यक्रमों का ऑनलाइन और ऑफ लाइन आयोजन किया गया। अपर मुख्य सचिव आध्यात्म मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण पर विभिन्न माध्यमों से विभिन्न वर्गों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर निबंध, चित्रकला, परिचर्चा आदि के ऑनलाइन आयोजन हुए। जिलों में तुलसी कानन, पंचवटी प्रयोग, औषधि उद्यान, पोषण उद्यान, मंदिर कुंज, मियावाकी सघन वनारोपण, नक्षत्र वाटिका, बैकयार्ड प्लान्टेशन, पुष्प वाटिका, फलो उद्यान, परिसर उद्यान, स्मृति वाटिका, शरीराकृति वृक्षा रोपण, एक आनंदक एक प्लानटेंशन किया गया।



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