इंदौर में लग्जरी कार छोड़कर बैलगाड़ी पर सफर करने लगे उद्योगपति
पालदा औद्योगिक संगठन (Palda Industrial Organization) के सचिव हरीश नागर का कहना है दो-तीन दिन की बारिश (Rain) में क्षेत्र की हालत खराब हो गई है.
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के विकास की पोल ये पालदा का औद्योगिक क्षेत्र खोल रहा है. कई बड़ी फैक्ट्रियां होने के बावजूद यहां के हालात बदतर हैं. इलाके में सड़कें न होने की वजह से न केवल उद्योगपति, बल्कि यहां के छोटे लोडर ऑटो वाले तक परेशान हैं. बारिश के दिनों में इस गड्ढेदार और कीचड़ भरी सड़क से निकलना मुश्किल हो जाता है. उद्योगपति वैसे तो हर दिन बीएमडब्ल्यू-ऑडी जैसी लग्जरी कारों से फैक्टरी आते हैं, लेकिन थोड़ा पानी बरस जाए तो उन्हें अपनी गाड़ी औद्योगिक क्षेत्र के बाहर ही पार्क करनी पड़ती है.
BMW छोड़ बैलगाड़ी की सवारी
अभी निसर्ग तूफान की वजह से इंदौर में दो दिन से हुई बारिश ने पालदा औद्योगिक क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. हर दिन बीएमडब्ल्यू, ऑडी जैसी कारों से फैक्टरी आने वाले उद्योगपति बैलगाड़ी पर सवार नजर आए. इन लोगों ने कारें औद्योगिक क्षेत्र के बाहर ही पार्क कर दीं और फिर माल परिवहन वालों की बैलगाड़ी से फैक्टरी पहुंचे. कंधे पर लैपटॉप टांगे इन उद्योगपतियों का ये गड्ढेदार और कीचड़ से भरी सड़कों के खिलाफ एक तरह का प्रदर्शन भी था. इसमें पालदा औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष प्रमोद जैन, सचिव हरीश नागर और रमेश पटेल शामिल थे.
उद्योगपतियों का ये है कहना…
पालदा औद्योगिक संगठन के सचिव हरीश नागर का कहना है दो-तीन दिन की बारिश में क्षेत्र की हालत खराब हो गई है. पालदा औद्योगिक संगठन 9 साल से सड़क बनाने की मांग कर रहा है. लेकिन, आज तक कुछ नहीं हुआ. ऐसे में बैलगाड़ी पर सवार होकर फैक्ट्री पहुंचना उनकी मजबूरी है.
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First published: June 8, 2020, 12:13 PM IST