नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व पेसर शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने बाबर आजम (Babar Azam) की भारतीय कैप्टन विराट कोहली (Virat Kohli) से तुलना पर अपनी राय जाहिर की है. अख्तर का मानना है कि विराट और आजम दोनों ही शानदार खिलाड़ी हैं पर फिलहाल दोनों की तुलना करना सही नहीं है क्योंकि टीम इंडिया पाकिस्तान से कहीं ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलती है. ऐसे में विराट लगातार रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ आजम को खेलने के इतने मौके ही नहीं मिलते. इसी वजह से आजम और अन्य पाकिस्तानी क्रिकेटर्स अपनी लय हासिल करने के लिए संघर्ष करते रहते हैं.
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अख्तर ने सोशल मीडिया पर बातचीत के दौरान कहा, ‘बाबर आजम एक बहुत ही प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं और उन्हें विराट कोहली, जो रूट (Joe Root) और केन विलियमसन (Kane Williamson) के लेवल तक पहुंचने का लक्ष्य रखना होगा. हैदर अली नाम का एक लड़का भी है जो जल्द ही पाकिस्तान के लिए खेलेगा. वह भी एक असाधारण बल्लेबाज है. विराट कोहली और बाबर आजम दोनों ही क्लासिक खिलाड़ी हैं, लेकिन उनकी तुलना करना सही नहीं है क्योंकि पाकिस्तान भारत की तुलना में कम टेस्ट और वनडे मैच खेलता है. दोनों खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता मुझे विश्वास दिलाती है कि दोनों भविष्य में कई वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ेंगे. लेकिन दोनों की तुलना करना उचित नहीं है.’
यहां आपको याद दिला दें कि अकसर विराट कोहली की तुलना क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के साथ होती आ रही है. लेकिन पिछले कुछ सालों में आजम और विराट की तुलना भी आम हो गयी है पर बहुत से पाकिस्तानी क्रिकेटर्स ने आजम की विराट से तुलना को जल्दबाजी करार दिया है और कहा है कि आजम को विराट जैसा बनने में अभी काफी वक्त लगेगा. वहीं विराट ने तो क्रिकेट के इतिहास में अपनी खास जगह बना ली है और इस खेल के कई दिग्गज आज उन्हें दुनिया का बेस्ट बल्लेबाज मानते हैं. ऐसे में आजम को जल्द से जल्द बल्लेबाजी के कुछ ऐसे कीर्तिमान बनाने होंगे, जोकि विराट ने उनसे कहीं पहले हासिल कर लिए हैं.
विराट कोहली की तारीफ के बाद, अख्तर ने पूर्व भारतीय कैप्टन सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की भी जमकर तारीफ की और कहा, ‘भारतीय क्रिकेट टीम के मेरे सबसे पसंदीदा कप्तान सौरव गांगुली हैं. हालांकि एमएस धोनी (MS Dhoni) भी अच्छे कप्तान थे. उन्होंने कहा कि 90 के दशक में जब भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ खेलती थी तब मैंने कभी उन्हें विनर टीम के तौर पर नहीं देखा, लेकिन जब सौरव गांगुली टीम के कप्तान बने उसके बाद टीम इंडिया में जरबदस्त बदलाव देखने को मिले और उनके पास ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे जो पाकिस्तान को हरा सकते थे और उन्होंने हमें हराया भी. गांगुली भारतीय टीम में कमाल का बदलाव लेकर आए.’