- भारतीय टीम के ओपनर धवन ने कहा- रोहित शर्मा के साथ मेरा ओपनिंग में तालमेल शानदार, दोनों अंडर-19 से दोस्त हैं
- फास्ट बॉलर उमेश यादव बोले- टीम से अंदर-बाहर किए जाने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, मानिसक रूप से काफी मजबूत हूं
दैनिक भास्कर
Jun 11, 2020, 09:07 PM IST
भारतीय टीम के ओपनर शिखर धवन ने कहा कि इस बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली कैपिटल्स टीम काफी मजबूत है। वह इस बार खिताब जरूर जीतेगी। धवन ने कहा कि चैम्पियन बनने के बाद वे ट्रॉफी दिल्ली के फैन्स के नाम करेंगे। हालांकि, टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर हैं।
कोरोनावायरस के कारण आईपीएल को बीसीसीआई ने पहले ही अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है। इस बार टूर्नामेंट 29 मार्च से होना था। मौजूदा फॉर्मेट के अनुसार पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना है।
दोनों मैदान के बाहर भी अच्छे दोस्त हैं
धवन ने दिल्ली कैपिटल्स के इंस्टाग्राम लाइव चैटिंग में कहा कि मैदान पर रोहित शर्मा के साथ उनका तालमेल काफी अच्छा है। वे रोहित के साथ अंडर-19 में भी कई बार बल्लेबाजी कर चुके हैं। धवन को अगर पिच पर कोई दिक्कत होती है, तो वे रोहित से बात करते हैं। मैदान के बाहर भी रोहित और धवन के बीच अच्छी दोस्ती है। टीम के सभी साथियों के साथ भी अच्छे रिश्ते हैं। साल के करीब 200 दिन टीम के साथियों के साथ ही बीतता है। ऐसे में भारतीय टीम एक परिवार की तरह है।
परिवार के साथ समय बिता रहे
शिखर ने कहा कि उनकी पत्नी और बच्चे ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। वे खुद भी मैच में बिजी रहते थे। ऐसे में परिवार को कम ही समय दे पाते थे। लेकिन कोरोना के कारण उन्हें लॉकडाउन का अच्छा समय मिला है, जो उन्होंने परिवार के साथ ही बिताया।
टीम से अंदर- बाहर किए जाने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता
फास्ट बॉलर उमेश यादव ने कहा है कि टीम के अंदर बाहर किए जाने से उन्हें ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘सच कहूं तो मैं मानसिक रूप से बहुत मजबूत हूं और इससे बहुत फर्क भी पड़ता है। जिस समय मैं नहीं खेल रहा होता, उस दौरान मैं सिर्फ अपने गेम को मजबूत बनाने के लिए प्रैक्टिस करता हूं। मैं अपनी तकनीक को बेहतर करने की कोशिश करता हूं।’’
फिटनेस पर दे रहे हैं ध्यान
उमेश ने कहा कि लॉकडाउन में वे अपनी ससुराल दिल्ली में पत्नी के साथ हैं। घर से कुछ दूरी पर ही खाली मैदान है। जहां वह कुछ दिनों से रनिंग के लिए जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आशीष भाई (नेहरा) और जक पा (जहीर खान) ने भी मेरी काफी मदद की है। कभी-कभी, मैं अपने गेंदबाजी कोच भरत अरुण सर के साथ भी चैट करता हूं।’’ उमेश ने कहा कि भारत में जब भी क्रिकेट शुरू होता है और उन्हें जहां भी मौका मिलता है, वे जरूर खेलेंगे। चाहें वह जिला स्तर पर ही क्यों न हो।