विवादित बाबरी ढांचा गिराने के मामले में करीब 32 लोग आरोपी बनाए गए थे.
Babri Demolition Case: बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और मध्य प्रदेश बीजेपी के कद्दावर नेता जयभान सिंह पवैया (Jaibhan Singh Pawaiya) के 12 जून को बाबरी विध्वंस केस में सीबीआई स्पेशल कोर्ट (CBI Special Court) में अंतिम बयान दर्ज किए गए.
क्या है मामला ?
6 दिसंबर 1942 को अयोध्या में विवादित बाबरी मस्जिद का ढांचा गिरा दिया गया था. इस मामले में बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं को आरोपी बनाया गया था, जिसमें लाल कृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, जयभान सिंह पवैया समेत कई और बड़े नेता शामिल थे. इन सभी ने अदालती कार्रवाई का सामना किया. कई साल से चल रहे इस केस में कुछ आरोपियों की मृत्यु भी हो चुकी है. अब यह सुनवाई अंतिम दौर में मानी जा रही है जिसके तहत आरोपियों के बयान दर्ज हो रहे हैं.
एमपी से उमा-जयभान दो बड़े नामविवादित बाबरी ढांचा गिराने के मामले में करीब 32 लोग आरोपी बनाए गए थे. इनमें मध्य प्रदेश से पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के नाम प्रमुख तौर पर शामिल हैं. केस में उमा भारती को खराब स्वास्थ्य के चलते व्यक्तिगत पेशी से छूट मिली थी. जबकि जयभान सिंह पवैया अदालत की सुनवाई के दौरान पेश होते रहे हैं. पवैया बीजेपी के उन 7 बड़े नेताओं में शामिल हैं जिन्हें ढांचा गिरने के बाद 1993 में 13 दिन के लिए जेल भेजा गया था. इसी साल फरवरी 1993 में जयभान सिंह के ग्वालियर स्थित घर पर सीबीआई ने छापा मार कार्रवाई की थी.ये कवायद ढांचे की ईंट तलाशने के लिए की गई थी, लेकिन सीबीआई घर से उसे तलाश नहीं पाई थी.
ये भी पढ़ें
क्वारंटाइन सेंटर में जिस रेलकर्मी की लटकी मिली लाश उसे जाना था दिल्ली, लेकिन..
First published: June 12, 2020, 11:52 PM IST