- पूर्व विधायक गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री तोमर के जन्मदिन पर जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित करने का कार्यक्रम आयोजित किया था
- कांग्रेस की शिकायत के बाद वीडियो के आधार पर पुलिस ने पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता समेत अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया
दैनिक भास्कर
Jun 13, 2020, 12:23 PM IST
इंदौर. कोरोना संक्रमण के हॉटस्पॉट घोषित हो जाने के बाद भी इंदौर में सियासी खेल खत्म हाेने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार काे भाजपा के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने राशन बांटने के नाम पर भीड़ जुटा ली। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शुरू हुआ कार्यक्रम कुछ देर में ही धक्का-मुक्की में बदल गया। राशन के लिए लूट मच गई। मामले में पुलिस ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उधर, कांग्रेस भाजपा नेताओं को सद्बुद्धि के लिए अब धरने पर बैठ गई है। सुबह अहिल्या प्रतिमा के समक्ष प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, विधायक विशाल पटेल और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने धरना शुरू किया।
एरोड्रम पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता द्वारा वार्ड क्रमांक 9 में कमला नेहरू कॉलोनी के मैदान पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन का आयोजन किया था, इसमें सैकड़ों गरीब परिवार की महिलाओं को इकट्ठा किया गया। राशन के लिए जुटी भीड़ सोशल डिस्टेंसिंग को भूल गई और जमकर धक्का-मुक्की हुई। घटना को लेकर कुछ वीडियो वायरल हुए तो कांग्रेस पुलिस के पास पहुंच गई। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला और अन्य नेताओं ने वायरल वीडियो के आधार पर पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत की। वीडियो के आधार पर पुलिस ने पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता समेत कुछ लोगों पर धारा 188 के तहत केस दर्ज किया है।

गुप्ता ने कहा- 4-4 फीट के गोल घेरे में खड़े थे लोग
कार्यक्रम में लगभग 2 हज़ार महिलाएं आई थीं। शुरुआत में सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ स्वदेशी अपनाने की शपथ दिलाई गई। फिर राशन भी वितरित किया गया। कुछ देर तक तो सबकुछ सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हुआ। बाद में हालात बिगड़ गए। गुप्ता का दावा है कि कार्यकर्ताओं की पूरी टीम इसमें जुटी थी। सभी लोग 4-4 फ़ीट के गोल घेरे में थे। गुप्ता ने घटना पर खेत जताते हुए सफाई दी। कहा कि मैंने सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी गाइडलाइन के साथ कार्यक्रम किया था। सब कुछ उसी के मुताबिक चल रहा था। मेरे जाने के बाद मामला कैसे बिगड़ा, इससे मैं खुद चकित हूं। हो सकता है किसी ने जानबूझकर इस तरह से हंगामा करवाया है।
मिनटों में भड़क गए लोग, मची लूट
बताते हैं कि जैसे ही गुप्ता और अन्य नेता वहां से गए, राशन वितरण का इंतजार कर रहे पीछे की पंक्ति के लोग आगे आ गए और लूट शुरू हो गई। लोग एक-दूसरे से पैकेट छीनने लगे। यही नहीं, हाथापाई तक की नौबत आ गई। काफी देर तक लोग राशन के पैकेट छीनकर भागते रहे। पूरी व्यवस्था चरमरा गई। वहीं, महिलाएं सोशल डिस्टेंसिंग भूल आपस में भिड़ती रहीं।