Meet Pune’s teacher Moumita B, who taught students with the help of tripod made of chair, hanger and clothes strips, video is getting viral on the Internet | कुर्सी, हैंगर और कपड़े से बनाए ट्राईपॉड से पढ़ा रहीं पुणे की ये टीचर, इंटरनेट पर लोगों की मिल रहीं खूब सराहना

Meet Pune’s teacher Moumita B, who taught students with the help of tripod made of chair, hanger and clothes strips, video is getting viral on the Internet | कुर्सी, हैंगर और कपड़े से बनाए ट्राईपॉड से पढ़ा रहीं पुणे की ये टीचर, इंटरनेट पर लोगों की मिल रहीं खूब सराहना


  • पुणे में केमिस्ट्री की टीचर हैं मोउमिता बी
  • लगातार मोबाइल पकड़े रहने की हो रही थी दिक्कत

दैनिक भास्कर

Jun 14, 2020, 09:09 PM IST

देशभर में जारी लॉकडाउन की वजह से बीते कई महीनों से लगातार सभी शिक्षण संस्थान बंद है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लास की मदद ली जा रही है। लेकिन इसकी वजह से कई शिक्षकों को दिक्कतें भी झेलनी पड़ रही है। हाल ही में इंटरनेट पर ऑनलाइन क्लास लेती ऐसी ही एक टीचर काफी वायरल हो रही हैं। पुणे में केमिस्ट्री की टीचर मोउमिता बी ने स्टूडेंट्स को बिना रुकावट पढ़ाने के लिए एक देसी जुगाड़ अपनाया, जो इंटरनेट पर काफी तारीफ बटोर रहा है।

ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाने में हो रही थी दिक्कत

दरअसल, बच्चों को पढ़ाने के लिए केमिस्ट्री टीचर मोउमिता को ब्लैक बोर्ड की मदद लेनी पड़ रही थी। लेकिन लगातार मोबाइल पकड़े रहने की वजह से वह बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर आसानी से पढ़ा नहीं पा रही थी। उनके पास फोन रखने के लिए ट्राइपॉड ना होने की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में उन्होंने इस समस्या का एक ऐसा जुगाड़ निकाला, जिससे अब वह बिना रुकावट लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए बच्चों को पढ़ा रही हैं।

लोगों से मिल रही सराहना

उन्होंने कुर्सी, हैंगर और कपड़ों के कुछ टुकड़ों की मदद से एक ट्राइपॉड बनाकर उसे ठीक ब्लैक बोर्ड के सामने रख दिया। जिसके बाद अब वह अपने स्टूडेंट्स को बिना किसी परेशानी के आराम से पढ़ा रही हैं। इस देसी जुगाड़ से बच्चों को पढ़ाते हुए मोउमिता ने एक वीडियो अपने लिंक्डइन अकाउंट पर शेयर किया, जो देखते ही देखते कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल होने लगा। इंटरनेट पर वायरल वीडियो को लोगों की कई तरह की प्रतिक्रिया मिल रही है। वहीं, कई नेटीजंस ने टीचर के इस प्रयास की सराहना भी की है।





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