Unlock : 84 दिन बाद खुले धर्मस्थल : CM शिवराज ने लिया आशीर्वाद लेकर चुनाव प्रचार का किया आगाज़ | bhopal – News in Hindi

Unlock : 84 दिन बाद खुले धर्मस्थल : CM शिवराज ने लिया आशीर्वाद लेकर चुनाव प्रचार का किया आगाज़ | bhopal – News in Hindi


शिवराज ने मंदिर में दर्शन के बाद शुरू किया चुनाव प्रचार

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने आज उपचुनाव के प्रचार का आगाज कर दिया. उन्होंने रायसेन के सांची विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क किया. सागर जिले में आंधी-बारिश के कारण उनका कार्यक्रम रद्द हो गया.

भोपाल. 84 दिन के लॉकडाउन (Lockdown) के बाद आखिरकार भोपाल (Bhopal) में सोमवार से मंदिर-मस्जिद-गुरुद्वारा और चर्च खोल दिए गए. मंदिर खुलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh Chouhan) चौहान ने भगवान का आशीर्वाद लिया और उपचुनाव के लिए प्रचार का आगाज कर दिया. सुरखी और सांची विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान से पहले वो करुणा धाम आश्रम मंदिर पहुंचे.मंदिर में दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह रायसेन जिले के सांची विधानसभा क्षेत्र रवाना हो गए.

सांची और सुरखी में प्रचार

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज उपचुनाव के लिए प्रचार का आगाज कर दिया. उन्होंने रायसेन जिले के सांची विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क किया. उसके बाद सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र में उनका जनसंपर्क अभियान था. लेकिन यहां का कार्यक्रम आंधी-बारिश के कारण निरस्त कर दिया गया. आंधी के कारण पंडाल गिर गया था इसलिए बांसा गांव में होने वाला कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. यह दोनों वह विधान सभा क्षेत्र हैं जहां पर आने वाले दिनों में उपचुनाव होना है. लिहाजा उपचुनाव के प्रचार का आगाज करने से पहले मुख्यमंत्री ने भगवान का आशीर्वाद लिया और कहीं ना कहीं पार्टी की जीत सुनिश्चित करने की भी भगवान से प्रार्थना की. सांची सीट सिंधिया समर्थक डॉ. प्रभुराम चौधरी और सागर की सुरखी सीट गोविंद सिंह राजपूत के इस्तीफे और दल-बदल के बाद खाली हुई है. दोनों कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री  थे.

शिवराज की साख का है सवालमध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में 24 सीटों पर होने वाला विधानसभा का उपचुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए साख का सवाल है. उपचुनाव की 24 में से ज्यादातर सीटें जीतना बीजेपी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उपचुनाव के नतीजे ही यह तय करेंगे कि मध्यप्रदेश में आखिर कौन सी पार्टी राज करेगी. कांग्रेस के सिंधिया समर्थक 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद एमपी में उप चुनाव हो रहे हैं. जौरा और आगर विधानसभा सीट विधायकों के निधन के बाद खाली हुई हैं.

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First published: June 15, 2020, 3:12 PM IST





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