R Ashwin has described Mahendra Singh Dhoni as a ‘massive influence’ on his career | अश्विन ने कहा- धोनी का मेरे करियर पर गहरा असर, आईपीएल के शुरुआती सालों में हमेशा उनका ध्यान खींचने की कोशिश की

R Ashwin has described Mahendra Singh Dhoni as a ‘massive influence’ on his career | अश्विन ने कहा- धोनी का मेरे करियर पर गहरा असर, आईपीएल के शुरुआती सालों में हमेशा उनका ध्यान खींचने की कोशिश की


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एक महीने पहले

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रविचंद्रन अश्विन ने कहा- आईपीएल और सीएसके ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसे सभी हासिल करना चाहते हैं। मेरे लिए यह पहचान बनाने का बड़ा जरिया था। -फाइल

  • रविचंद्रन अश्विन बोले- मैं आईपीएल के शुरुआती सालों में धोनी को प्रभावित करना चाह रहा था लेकिन मुझे इसका मौका नहीं मिला
  • अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 365 विकेट हासिल किए हैं, इसमें से 189 बाएं हाथ के बल्लेबाजों के हैं

भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी का उनके करियर पर गहरा प्रभाव रहा। वे इंडियन प्रीमियर लीग में अपने शुरुआती सालों में धोनी का ध्यान अपनी तरफ खींचना चाहते थे। अश्विन ने ‘क्रिकबज इन कनवर्सेशन’ पर हर्षा भोगले से यह बात कही। 

उन्होंने आगे कहा,‘‘आईपीएल और सीएसके ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसे सभी हासिल करना चाहते हैं। मेरे लिए यह पहचान बनाने का बड़ा जरिया था। धोनी को नहीं पता था कि अश्विन कौन है, मैथ्यू हेडन और मुथैया मुरलीधरन को भी नहीं पता था कि मैं कौन हूं। तब मेरे दिमाग में यही बात आई थी कि मैं इन लोगों को अपनी मौजूदगी का अहसास कराऊंगा।’’

मैं चाहता था कि मुझे मुरलीधरन की जगह मौका मिले: अश्विन

इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरा ऐसा सोचना मूर्खतापूर्ण था या घमंड लेकिन मैं ऐसा ही था। मुझे कोई मौका नहीं दे रहा था कि मैं मुरलीधरन के साथ खेलूं या उनपर मुझे तरजीह मिले।  

‘धोनी को प्रभावित करने का तरीका उन्हें नेट्स पर परेशान करना था’

अश्विन ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी को प्रभावित करने का इकलौता तरीका उनको नेट पर परेशान करना था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मैथ्यू हेडन, जेकब ओरम और स्टीफन फ्लेमिंग का ध्यान नेट पर उन्हें गेंदबाजी करते हुए खींचा। इन सभी को आईपीएल के पहले साल (2008 में) मेरा सामना करने में परेशानी हो रही थी। लेकिन मैं धोनी का ध्यान अपनी तरफ नहीं खींच पाया।’’

चैलेंजर ट्रॉफी में धोनी को आउट करने पर काफी खुश हुआ था

अश्विन ने कहा, ‘‘मेरी उनसे (धोनी) से कभी लंबी बात नहीं हुई। मुझे नेट्स पर धोनी को आउट करना था। वह मुरलीधरन की गेंदों पर छक्के मार रहे थे। मैंने सोचा कि अगर मैं मुरलीधरन से बेहतर गेंदबाजी करूंगा तो मुझे उन पर तरजीह मिल सकती है।’’ लेकिन आईपीएल के पहले साल में मुझे मौका नहीं मिला।

जब मुझे चैलेंजर ट्रॉफी के दौरान मौका मिला तो मैंने धोनी को आउट किया। तब मैं इतना खुश हुआ था कि उनका विकेट हासिल करने के बाद बच्चे की तरह मैदान पर कूद रहा था। 

टेस्ट में बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ ज्यादा सफल

अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ अच्छी सफलता हासिल की है। उन्होंने इस फॉर्मेट में 365 विकेट हासिल किए हैं और इसमें से 189 विकेट बाएं हाथ के बल्लेबाजों के हैं। अश्विन ने इस कामयाबी का श्रेय अपने इंजीनियरिंग बैकग्राउंड और पूर्व कोच डंकन फ्लेचर को दिया। 

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