7 Rapid Action Force jawans turned positive, 170 jawans quarantined | रैपिड एक्शन फोर्स के 7 जवान पॉजिटिव निकले, 170 जवानों को किया गया क्वारैंटाइन 

7 Rapid Action Force jawans turned positive, 170 jawans quarantined | रैपिड एक्शन फोर्स के 7 जवान पॉजिटिव निकले, 170 जवानों को किया गया क्वारैंटाइन 


  • जिले के स्वास्थ्य विभाग को जानकारी न देकर भोपाल एम्स में किया भर्ती

दैनिक भास्कर

Jun 19, 2020, 06:30 PM IST

रायसेन. ओबेदुल्लागंज के हिनोतिया गांव में स्थित 107वीं वाहिनी रैपिड एक्शन फोर्स के 7 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी का इलाज एम्स भोपाल में चल रहा है। बताया जाता है कि यह जवान भोपाल में ड्यूटी करने के दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। इनके संपर्क मेें आने वाले 170 जवानों के भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे।

107वीं वाहिनी बटालियन के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 99 लोगों की कंपनी भोपाल में ड्यूटी करने के बाद 2 जून को बटालियन के मुख्यालय हिनोतिया थाना उमरावगंज वापस आई। सभी को 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया था। 13 जून को उन्हीं में से एक ड्राइवर को बुखार, सर्दी आैर खांसी की शिकायत होने पर सीआरपीएफ बंगरसिया के अस्पताल में दिखाया गया एवं 15 जून को सैंपल कराया। 16 जून को एम्स भोपाल में एडमिट किया। 16 जून को ही भोपाल से टीम आई और ड्राइवर के संपर्क में आने वाले 30 लोगों के सैंपल लिए। जिसमें से 6 लोग गुरुवार को पॉजिटिव मिले, उन्हें एम्स भोपाल में भर्ती कराया है। चालक पॉजिटिव पाया गया था, उससे यह जवान संक्रमित हुए हैं।

भोपाल से लौटने के बाद हुए क्वारैंटाइन
रैपिड एक्शन फोर्स की बटालियन 2 जून को भोपाल से वापस लौटी थी। तब से ही उन्हें अलग बैरक में क्वारैंटाइन कर दिया था। लेकिन खानसामा और थर्मल स्क्रीनिंग करने वाले जवान के संपर्क में करीब 170 दूसरे जवान आए हैं। आरएएफ ने उन्हें पहले ही एक बैरक में क्वारेंटाइन कर दिया था। वहीं प्रशासन ने इस क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित किया है।

57 पुलिसकर्मी हुए थे क्वारैंटाइन
रायसेन के टिफिन सेंटर संचालक के कोरोना पॉजिटिव होने पर पुलिस के 57 कर्मचारियों को होम क्वारैंटाइन किया गया था। इन सब के सैंपल भी इसी तरह से जांच के लिए भेजे गए थे। हालांकि सभी की रिपोर्ट निगेटिव होने पर उन्हें 14 दिन के बाद वापस ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया था। इन पुलिस कर्मचारियों को टिफिन सेंटर संचालक द्वारा भी भोजन उपलब्ध कराया जाता था।



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