- तीन हिस्सो में आई है मशीन, जिला अस्पताल की ब्लड बैंक के सामने स्थित सेंट्रल लैब में की व्यवस्था, तैयारियां पूरी
दैनिक भास्कर
Jun 22, 2020, 07:20 AM IST
हरदा. अब जिले में ही काेराेना की जांच हाे सकेगी। जांच के लिए आई ट्रूनाॅट मशीन काे इंस्टाॅल करने वाला इंजीनियर साेमवार काे आएगा। उसने इसकी सहमति दे दी है। इसके बाद जिला अस्पताल की ब्लड बैंक के सामने स्थित सेंट्रल पैथालाॅजी लैब में काेराेना जांच की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
सब कुछ ठीक रहा ताे साेमवार से काेराेना की जांच भी शुरू हाे जाएगी। एक दिन में 15 से 20 जांचें हाे सकेंगी। इसके लिए टीम भी बना दी गई है। सिविल सर्जन डाॅ. शिरीष रघुवंशी ने बताया कि काेराेना जांच की ट्रू-नॉट मशीन भाेपाल से जिला अस्पताल आ चुकी है। इसके अलग-अलग तीन हिस्से हैं। जिन्हें मिलाकर यह एक मशीन बनती है।
अस्पताल की सेंट्रल लैब तैयार करा ली गई है। इसके एक कमरे में जांच हाेगी। इसमें इंफेक्शन मटेरियल कहां रहेगा, लिक्विड मटेरियल कहां जाएगा जैसी छाेटी-छाेटी बाताें काे पूरा ध्यान रखा है। इंफेक्शन के मद्देनजर ही काेराेना जांच पैथालाॅजी में हाेगी।
इधर, जिला अस्पताल की सेंट्रल पैथालाॅजी लैब की जांचें अब एक्स-रे रूम के पास हाल में हाेने लगी हैं। इससे मरीजाें काे जांच के लिए भी परेशान नहीं हाेना पड़ रहा है। पहले जिला अस्पताल के पुराने भवन काे क्राॅस कर पुराने गेट के बाजू में मरीजाें काे खून, पेशाब सहित अन्य जांच के लिए जाना पड़ता था। इसमें सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लाेगाें काे हाेती थी।
भाेपाल से दाे से तीन दिन में आती है रिपाेर्ट
वर्तमान में काेराेना संदिग्धाें के सैंपल लेकर भाेपाल एम्स भेजे जाते हैं। भाेपाल से रिपाेर्ट आने में कई मर्तबा दाे से तीन दिन लग जाते हैं। इस वजह से संदिग्धाें अाैर उनके कांटेक्ट में अाने वालाें काे क्वारेंटाइन रखना पड़ता है। जिला अस्पताल में जांच शुरू हाेने के बाद काम आसान हाे जाएगा। 15 से 20 सैंपल की रिपाेर्ट दिनभर में आ जाएगी।