- दो गांवों में बिल्डिंग नहीं हाेने से प्राथमिक स्कूल के कमरों में लगती हैं माध्यमिक की कक्षाएं
दैनिक भास्कर
Jun 30, 2020, 07:05 AM IST
बैतूल. ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे शिक्षा के लिए परेशान न हाें इसके लिए प्रशासन ने गांव-गांव में स्कूल खोले हैं। ब्लॉक के हेटी और टेमझिरा ब गांवों में माध्यमिक स्कूल संचालित तो हो रहे हैं, लेकिन भवन निर्माण की स्वीकृति नहीं मिली है। जिससे दोनों गांवों के माध्यमिक स्कूल का संचालन प्राथमिक स्कूल के भवन में हाेता है। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल एक ही भवन में संचालित होने से बच्चों की पढ़ाई इस साल भी प्रभावित हाेगी। प्राथमिक स्कूल के भवन में पर्याप्त कमरे भी नहीं हैं। जिससे एक साथ आठ कक्षाओं का संचालन करना भी मुश्किल है। इस सत्र में भी बच्चों को व्यवस्थाओंं के लिए तरसना पड़ेगा। भवन और शिक्षकों की कमी से स्कूल में पढ़ाई की केवल औपचारिकता ही पूरी होगी। ब्लॉक के ग्राम हेटी और टेमझिरा ब में 2015-16 में माध्यमिक स्कूल खुले थे। इसके बाद ग्रामीणों को जल्द ही स्कूल भवन बनने की उम्मीद थी। लेकिन पांच साल बाद भी तक दोनों गांवों में माध्यमिक स्कूल का भवन नहीं बन पाए हैं। स्कूल में पढ़ाने वाले बच्चों के पालक हर साल स्कूल भवन बनाने की मांग उठाते हैं। इसके बाद भी शिक्षा विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
ब्लॉक के 17 स्कूल भवन हो गए जर्जर
ब्लॉक के कुल 17 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल जर्जर हो चुके हैं। बारिश में इन भवनों की छत से पानी टपकता है। इसके साथ स्कूल भवन की दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इसके बाद भी इन भवनों में स्कूल का संचालन होता है। प्राथमिक स्कूल सोमलापुर, कुंडई, सर्रा, बोथिया, खापा उमरिया, जुनापानी, लाखापुर, सरई, मोहरखेड़ा, भैसादंड, सांडिया, कन्या प्राथमिक स्कूल मुलताई, नगर पालिका प्राथमिक स्कूल मुलताई, कान्हाखापा, माध्यमिक स्कूल खैरवानी सोनोरी और माध्यमिक स्कूल दातोरा का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। ऐसे में इन गांवों में भी नए स्कूल भवन की दरकार है।
संचालन नए भवन में होगा
पांच साल पहले ग्राम निमनवाड़ा में भी माध्यमिक स्कूल शुरू हुआ था। यहां माध्यमिक स्कूल का भवन पिछले सत्र में स्वीकृत हुआ था। अब भवन बन गया है। जिससे इस सत्र में स्कूल खुलते ही स्कूल का संचालन नए भवन में होगा।
तीन माध्यमिक स्कूल में शिक्षकों की कमी
ब्लॉक के ग्राम हेटी, टेमझिरा ब और निमनवाड़ा के माध्यमिक स्कूल में शिक्षकों की कमी है। माध्यमिक स्कूल में तीन शिक्षकों की पदस्थापना है। इसके एवज में तीनों ही स्कूल में मात्र दो-दो शिक्षक ही हैं। ग्राम हेटी के माध्यमिक स्कूल में पांच साल बाद दो शिक्षकों की पदस्थापना हुई है। पांच साल तक माध्यमिक स्कूल के बच्चों को प्राथमिक स्कूल के शिक्षक ही पढ़ा रहे थे। इस सत्र में भी बच्चों को भवन और शिक्षकों की कमीं से जुझना पड़ेगा। शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। भवन और शिक्षक नहीं होने से बच्चे पढ़ाई में रूचि भी नहीं ले रहे थे। अब दो शिक्षक आने के बाद बच्चों की पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ने की उम्मीद है।
पारधीढाना में स्कूल भवन है, शिक्षक नहीं
पारधीढाना में प्राथमिक स्कूल भवन का निर्माण हो चुका है। लेकिन इस स्कूल में शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई है। इस स्थिति में शिक्षा विभाग ने प्राथमिक शाला चौथिया के एक शिक्षक को यहां अटैच किया है। प्राथमिक स्कूल में दो शिक्षकों का होना आवश्यक है। इसके बाद भी मात्र एक शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालित हो रहा है।
भवन विहीन स्कूल के लिए डिमांड भेजी है
बीआरसी अतुल माकोड़े ने बताया दो गांवों में माध्यमिक स्कूल के भवन नहीं हैं। दोनों ही गांवों में माध्यमिक स्कूल भवन के लिए डिमांड भेजी गई है। इसके साथ जिन गांवों में स्कूल जर्जर हो गए है वहां की भी जानकारी उच्च अधिकारियों को भेजी जा चुकी है। जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, वहां अतिथि शिक्षक रखे जाएंगे।