- कानपुर के बिकरु गांव में 2 जुलाई को विकास और उसकी गैंग ने 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी
- विकास पर 5 लाख का इनाम था, अब तक विकास के 5 साथी मारे, 13 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हुए
- सीएम शिवराज सिंह ने कहा- हम उप्र सरकार के संपर्क में हैं, उसे उप्र पुलिस को सौंप रहे हैं
दैनिक भास्कर
Jul 09, 2020, 12:42 PM IST
उज्जैन. उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या करने के मामले में मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास दुबे काे उज्जैन पुलिस ने महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार सुबह मंदिर की सुरक्षा कंपनी ने संदिग्ध जानकर उसे पकड़ा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि विकास करीब सवा 7 बजे मंदिर परिसर में पहुंचा था। यहां करीब दो घंटे तक घूमता रहा। इस दौरान उसने दर्शन के लिए वीआईपी रसीद कटवाई। फिर जूता स्टैंड पर बैग रखने के लिए पूछने लगा।
बताया जा रहा है कि मंदिर के बाहर एक दुकान संचालक ने विकास को पहचान लिया था। इस संबंध में उसने सुरक्षाकर्मियों को भी जानकारी दी। ऐसे में पूरे समय सुरक्षाकर्मी उस पर नजर बनाए हुए थे। जब विकास को पकड़कर पूछताछ की गई तो वह हाथापाई करने लगा। इसमें उसका गमछा भी गिर गया। सूत्रों के अनुसार, विकास के अलावा पुलिस ने लखनऊ के दो लोगों को पकड़ा है। कहा जा रहा है कि वे वकील हैं और विकास को यहां सरेंडर करवाने लेकर आए थे।
बोला- जूता स्टैंड पर बैग रख दूं क्या
चश्मदीद गोपाल सिंह ने बताया कि मैं प्रसाद वितरण करने के लिए बैठा था। विकास दुबे वहां पर पहुंचा और कहा कि बैग कहां रखूं, जूता स्टैंड पर रख सकता हूं क्या, इस पर मैंने कहा- आ यहीं पर रख दीजिए। इसके बाद वह मंदिर में अंदर चला गया। सुरक्षाकर्मियों को उस पर आशंका थी, इसलिए वे उस पर नजर रखे हुए थे। उन्हें लग रहा था कि यह विकास दुबे हो सकता है। जब वह दर्शन कर बाहर निकला तो उसे पूछताछ के लिए बिठा लिया गया। इसके बाद चौकी से विजय राठौर को बुलाया गया। उन्होंने पूछताछ की तो उसने भागने की कोशिश की। इसके बाद उसे फिर से पकड़कर बिठा लिया। विकास के पास वीआईपी रसीद थी। उसे चौकी पकड़कर लाए तो वह खुद को विकास दुबे बताने लगा।

करीब दो घंटे तक उसके पीछे घूमते रहे
सुरक्षागार्ड लखन ने बताया कि हमने मीडिया में विकास दुबे का फोटो देख रखा था। उसे देखकर लगा कि यह महाकाल के दर्शन करने आया है। इस पर हमने उसे जाने से मना किया। इसके बाद हमने अपने सुपरवाइजर और पुलिस अधिकारी को जानकारी दी। यह मंदिर में करीब 7 बजे पहुंच गया था। पीछे वाले गेट से बाबा के दर्शन की कोशिश कर रहा था। शक होने पर हमने करीब 2 घंटे तक उसकी निगरानी की। इस दौरान सीसीटीवी से भी उसे वाॅच करते रहे। वे दो-तीन लोग थे। हमने उसे अकेले को ही पकड़ा है।

दुकान संचालक ने पहचान लिया था
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि विकास दुबे महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया है। उज्जैन पुलिस विकास से पूछताछ कर रही है। मंदिर के बाहर एक दुकान संचालक ने विकास को पहचान लिया था। इसके बाद उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने उस पर निगरानी रखी। दर्शन के बाद जब वह बाहर निकला तो उसे पकड़कर पूछताछ की गई। इस पर वह हाथापाई करने लगा। जवानाें ने उसे पकड़ा और थाने लेकर पहुंचे। यहां मोबाइल नंबर के साथ ही उसने खुद कबूला कि वह विकास दुबे है। मप्र सरकार की ओर से यूपी सरकार को सूचना दी गई है।
गृहमंत्री बोले – विकास के साथ दो अन्य को भी पकड़ा
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विकास की गिरफ्तारी हो गई है। अभी वह पुलिस कस्टडी में है। अभी गिरफ्तारी कैसे हुई- इसके बारे कुछ भी कहना ठीक नहीं है। इंटेलीजेंस की बात है, ज्यादा कुछ भी कहना सही नहीं है। वारदात होने के बारे से ही हमने पूरी मप्र पुलिस को अलर्ट पर रखा था। गृहमंत्री ने कहा कि विकास के साथ उसके साथी बिट्टू और सुरेश को भी पकड़ा है। ये दोनों युवक कहां के हैं, इसका पता लगाया जा रहा है। इनके नाम कुछ दूसरे भी हो सकते हैं। ऐसा लगता है कि फिलहाल वे अपनी पहचान छिपा रहे हैं। ये लोग यूपी या उज्जैन के हो सकते हैं।
कानपुर से शहडोल, शहडोल से उज्जैन पहुंचा
विकास के शहडोल के बुढ़ार कस्बे से उज्जैन आने की आशंका जताई जा रही है। मंगलवार को यूपी एसटीएफ ने शहडोल से उसके साले ज्ञानेद्र और भतीजे आदर्श को उठाया था। विकास का साला मंगलवार से पहले तीन दिन तक कहीं गया था। वह कहां गया था, इसकी जानकारी पुलिस को नहीं लग पाई है। ऐसा माना जा रहा है कि विकास फरार होकर कानपुर से शहडोल पहुंचा। इसके बाद पुलिस की कार्रवाई से डरकर वह शहडोल और उज्जैन पहुंचा।