सांवेर उपचुनाव को देखते हुए बीजेपी 14 जुलाई से अनोखा अभियान शुरू करने वाली है.
इस अनोखा अभियान (Campaign) के पीछे पार्टी (BJP) की सोच ये है कि तुलसी के पौधे (Basil Plant) के जरिये लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ाव पैदा किया जाए, ताकि हर घर तक मोदी (PM Modi) की पहुंच के साथ-साथ मंत्री तुलसी सिलावट (Tulsi Silawat) की भी पहुंच हो सके.
तुलसी के पौधे के सहारे चुनावी वैतरणी पार लगाने की कोशिश
इसके पीछे पार्टी की सोच ये है कि इस बहाने लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ाव पैदा किया जाए, ताकि हर घर तक मोदी की पहुंच के साथ ही तुलसी सिलावट की भी पहुंच बढ़ जाए. जिससे चुनाव जीतने में आसानी हो सके. और तुलसी के पौधे के सहारे उपचुनाव की वैतरणी पार हो जाए. इसके लिए नारा भी गढ़ दिया गया है, हर-हर मोदी, घर-घर तुलसी. इस अभियान के लिए बीजेपी कार्यकर्ता करीब 50 हजार तुलसी के पौधों की व्यवस्था करने में जुटे हैं.
कांग्रेस ने अभियान पर जताई आपत्ति इस अभियान के तहत बीजेपी ने ये भी गुंजाइश रखी है कि ऐसे मुस्लिम या दूसरे धर्म के परिवार जहां तुलसी के प्रति धार्मिक भाव नहीं है, उन्हें उसकी वैज्ञानिकता और आयुर्वेदिक महत्व बताने का प्रयास किया जाएगा. इसके बावजूद यदि किसी खास सम्प्रदाय के लोग तुलसी से परहेज करते देखे गये, तो कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे सिर्फ उन्हें नमस्कार कर और सरकार की योजना का पत्रक देकर आगे बढ़ जाएंगे.
हालांकि कांग्रेस ने बीजेपी के इस अभियान को लेकर आपत्ति जताई है. कांग्रेस के नेता और सांवेर के प्रभारी चिंटू चौकसे का कहना है कि तुलसी पवित्र पौधा है, जो हर घर में पहले से मौजूद होता है. हर घर में पूजा जाता है. लेकिन बीजेपी उपचुनाव में तुलसी के पौधे का इस्तेमाल कर लोगों की भावनाओं से खेलने का प्रयास कर ही है, जो गलत है.