नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कोच अंशुमन गायकवाड (Anshuman Gaekwad) के मुताबिक विराट कोहली (Virat Kohli) के पास भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे बेहतरीन टेस्ट टीम है. साल 2014 में भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभालने के बाद विराट ने टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज में तो सीरीज जिताई ही हैं, साथ ही आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भी भारतीय टीम को पहला स्थान दिलाया है.
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इस सबके अलावा विराट के पास आज दुनिया का सर्वश्रेष्ठ पेस अटैक भी है. इशांत शर्मा (Ishant Sharma), मोहम्मद शमी (Mohammed Shami), जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah), भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) और उमेश यादव (Umesh Yadav) जैसे तेज गेंदबाज बड़े से बड़े बल्लेबाजों को धराशयी करने में सक्षम है और यही बात मौजूदा भारतीय टीम को बेस्ट बनाती है.
विराट की अगुवाई वाली टीम इंडिया की तारीफ करते हुए गायकवाड ने एक खेल वेबसाइट से कहा, ‘अगर आप मुझे कहेंगे तो वाकई कोहली के पास भारत की अब तक की सबसे अच्छी टीम है. गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग इन सबका बैलंस टीम में बहुत अच्छा है. अभी तक देखते थे कि हमारे पास तेज गेंदबाज नहीं हुआ करते थे. हमारे समय में हमारे पास कार्सन, रोजर, और कपिल थे मगर वो आपको हमेशा मैच जिता कर नहीं दे सकते थे. आज हमारे पास विकल्प के साथ बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं जो आपको मैच जिता रहे हैं.’
जहां एक तरफ गायकवाड ने कप्तान कोहली की टेस्ट टीम की तारीफ की तो वहीं उन्होंने कोहली की वनडे टीम की विफलता का कारण भी बताया. यहां आपको याद दिला दें कि विराट वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम को अभी तक कोई बड़ी ट्रॉफी नहीं जिता पाए हैं. उनकी कप्तानी में भारत 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान (Pakistan) से बुरी तरह से हार गया था, वहीं पिछले साल हुए वर्ल्ड कप में टीम इंडिया न्यूजीलैंड से सेमीफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गयी थी.
वनडे क्रिकेट में विराट की कप्तानी की तुलना सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की कप्तानी से करते हुए गायकवाड ने कहा, ‘ये सिर्फ इस समय का सवाल है. मेरी सचिन से तब बात हुई थी जब उन्होंने कप्तानी छोड़ी थी. मैंने उन्हें मनाने की कोशिश कि मगर उन्हें लगा की उन्होंने अपना 110 प्रतिशत दिया मगर बाकी किसी ने नहीं. इस तरह बतौर कप्तान ये समझना बहुत जरूरी है कि हर एक व्यक्ति अलग है. आप 110 प्रतिशत दे सकते हैं मगर बाकी कोई 90 या 95 या 80 प्रतिशत दे रहा है. तो ऐसे में उनके इस प्रतिशत को आप 100 फीसदी में कैसे बदलते हो, इस पर कप्तान को काम करना चाहिए.’