गुना मामले में सरकार ने डीएम और एसपी का तबादला कर दिया है. (फाइल फोटो)
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने को नाकाफी बताया है.
दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस गरीब और दलितों के पक्ष में काम करती है. अन्याय और अत्याचार के ख़िलाफ लड़ाई लड़ती है. गुना में जिस प्रकार की पुलिस ज्यादती देखी है, वो नही होनी चाहिए थी. यह देखने की जरूरत है कि अनुसूचित जाति के परिवार को जमीन क्यों नही मिली, अगर मिली तो कब्जा किसका है. कब्जा हटाने के लिए पुलिस को भेजना कहां तक उचित था.
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उपचुनाव से जोड़ कर न देखें यह घटनादिग्विजय सिंह ने गुना की घटना को उप चुनाव के नजर नहीं देखने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि अगर यह घटना किसी दूसरी जगह भी होती, तो कांग्रेस की प्रतिक्रिया तब भी यही होती. भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी इतिहास उठाकर देखें. बीजेपी ने तो संविधान में विरोध किया था कि एससी-एसटी को क्यों आरक्षण दिया जा रहा है. संघ प्रमुख मोहन भागवत भी आरक्षण के खिलाफ बयान दे चुके हैं. बीजेपी की गिनती हमेशा से बाबा साहब की विरोधियों में रही है.
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कलेक्टर-एसपी को हटाना सरकार का अधिकार
गुना के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने को नाकाफी बताते हुए उन्होंने कहा कि पता लगाना चाहिए था क्यों, किसके आदेश से यह हुआ. उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. पुलिस किसके आदेश से गई और गरीब परिवार पर लाठियां बरसाई. उन्होंने कहा कि कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाना सरकार का अधिकार है, मगर जांच होनी चाहिए कि किस के आदेश से पुलिस गई और लाठियां बरसाई गईं हैं.