इंदौर6 घंटे पहले
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आरोपी अंकित श्रीवास्तव को उसके घर के पास निपानिया के इलाके में घूमते वक्त पकड़ा गया।
- जमीनों की हेराफेरी कर फर्जी दस्तावेजों पर लोगों के प्लाटों को दूसरे को बेचने का आरोप
- आरोपी ने 2014-15 में शाकेश्वर डेवलपर्स नाम से काॅलोनी काटकर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की
जमीनों की हेराफेरी कर फर्जी दस्तावेजों के सहारे धोखाधड़ी करने वाले शातिर भूमाफिया को गांधी नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पर पांच हजार का इनाम भी घोषित था। आरोपी लोगों के प्लाटों को दूसरे को बेचकर पैसे ऐंठता था।
सीएसपी सौम्या जैन ने बताया कि पकड़े गए भूमाफिया का नाम अंकित(36) पिता शरदचंद श्रीवास्तव निवासी निपानिया है। अंकित ने वर्ष 2014-15 में शाकेश्वर डेवलपर्स के नाम से कालोनी काटकर कई लोगों को लाखों रुपये के प्लाट बेचकर कागजों में धोखाधड़ी की थी। लोगों के आरोप थे कि इसने एक प्लाट फर्जी दस्तावेजों से कई लोगों को बेच दिया था। वहीं जिनसे पूरे रुपये लेकर रजिस्ट्री करवाई थी उन्हें प्लॉट नहीं दिए थे। इसके खिलाफ अब्बास अली नामक व्यक्ति ने गांधी नगर पुलिस को भी शिकायत की थी। इसी के बाद इसकी तलाश शुरु की गई। इसे इलाके में इसके घर के आस-पास से ही घूमते हुए पकड़ा गया है।
धोखाधड़ी में 5 हजार की इनामी महिला गिरफ्तार
एरोड्रम पुलिस ने धोखाधड़ी में फरार गीता उर्फ सपना उर्फ सूफिया शाह को गिरफ्तार किया है। इस पर पांच हजार रुपए का इनाम था। आरोपी महिला गणेशधाम कॉलोनी में रहती है। फरियादी पुष्पा प्रजापत ने इसके खिलाफ फर्जी पेपरों के जरिये प्लॉट बेचने का आरोप लगाया था।
डागरिया पर 3 और केस
भूमाफिया अरुण डागरिया पर तीन केस और दर्ज हुए हैं। एक बाणगंगा और लसूड़िया पुलिस ने धोखाधड़ी के दो केस दर्ज किए हैं। लसूड़िया टीआई इंद्रमणि पटेल ने बताया कि पहला केस पारस पिता सुंदरलाल जैन निवासी संगम नगर व इनके साथ शामिल 10 लोगों की शिकायत पर दर्ज किया है। इसमें डागरिया, उसके साथी अतुल सुराणा को आरोपी बनाया है। इन लोगों ने 2011 में ग्राम कैलोद हाला के अंतर्गत सैटेलाइट जंक्शन कॉलोनी काटकर प्लॉट खरीदने के लिए लोगों से संपर्क किया था। इनकी कंपनी सैटेलाइट इंफ्रा एंड रियल एस्टेट पर विश्वास कर लोगों ने प्लॉट खरीदे थे। रुपए लेने के बाद रसीदें थमा दी, न तो प्लॉट दिए न ही रुपए लौटाए।
- दूसरा केस विनोद पिता बापूलाल गांधी निवासी अपोलो टॉवर एमजी रोड व इनके साथ शामिल 11 लोगों ने दर्ज कराया है। इन्होंने बताया कि डागरिया, उसके साथी महेंद्र कुमार जैन और अतुल सुराणा ने लसूड़िया मोरी देवास नाका क्षेत्र में प्रिंसेस एस्टेट के नाम से हाईप्रोफाइल टाउनशिप लाने का बोलकर अपनी फैनी कंस्ट्रक्शन प्रा. लि कंपनी के माध्यम से लोगों को प्लॉट बेचे, पर न तो प्लॉट दिए न रुपए लौटाए।
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