इंदौर10 मिनट पहले
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शहर के अनेक हिस्सों में पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए हैं। यहां हर आने जाने वाले को रोका जा रहा है और घर से बाहर निकलने का कारण पूछा जा रहा है। हालांकि इक्का-दुक्का लोग ही घर से बाहर निकले हैं।
- बाजार, कार्यालय, अनाज, फल, सब्जी, मंडी, किराना आदि सभी दुकानें 24 घंटे के लिए बंद हैं
- शहर में आवाजाही न के बराबर, पुलिस माइक से लोगों को घर में रहने की हिदायत दे रही है
कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए लगातार दूसरे रविवार को इंदौर में पूरी तरह कर्फ्यू लगा है। टोटल लॉकडाउन के चलते शहर के सभी बाजार और दुकानें बंद हैं। 100 से ज्यादा वैन और 5 हजार से ज्यादा ऑटो भी सड़क से गायब हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। बस्ती, कॉलोनियों में बच्चे क्रिकेट और अन्य गेम खेलते नजर आ रहे हैं।
पिछली बार की तरह इस रविवार भी टोटल लॉकडाउन है। कलेक्टर मनीष सिंह पहले ही निर्देश दे चुके हैं कि बिना वजह बाहर निकलने पर गिरफ्तारी की जाएगी। हालांकि गिरफ्तारी जैसा कुछ नजर नहीं आया। क्योंकि लोग खुद ही घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बाजार, कार्यालय, अनाज, फल, सब्जी, मंडी, किराना आदि सभी दुकानें 24 घंटे के लिए बंद हैं। रविवार को मॉर्निंग वॉक, गाड़ी से बाहर आना-जाना आदि भी नहीं हुआ। जरूरी सेवाएं जैसे दवाई की दुकान, अस्पताल, दवाई बनाने वाली मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां आदि खुले हैं। आज घर-घर जाकर दूध का वितरण भी प्रातः 7 से 10 बजे तक हुआ, वहीं शाम को दूध वितरण पूरी तरह प्रतिबंधित है।
सड़कों पर बैरिकेड्स लगाए
छत्रीबाग सेवालय, शीतलामात बाजार, राजबाड़ा, एयरपोर्ट रोड, एमजी रोड, महू नाका, अन्नपूर्णा रोड, जंजीरवाला चौराहा सहित अन्य हिस्सों में पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए है। यहां हर आने जाने वाले को रोका जा रहा है और घर से बाहर निकलने का कारण पूछा जा रहा है। हालांकि इक्का-दुक्का लोग ही घर से बाहर निकले हैं। खजराना चौराहा, रिंग रोड, बर्फानी धाम इन सभी क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा है। पुलिस की चेकिंग भी कम नजर आ रही है लेकिन बैरिकेडिंग जगह-जगह दिखाई दे रही है। शहर के अन्य अन्य हिस्सों पर आवाजाही न के बराबर है। वहीं कई क्षेत्रों में पुलिस माइक से लोगों को घर में रहने की हिदायत दे रही है।
- लॉकडाउन को लेकर कहीं पर भी पुलिस को अब तक सख्ती नहीं दिखाना पड़ी, न ही काॅलोनी से लेकर मेन रोड तक निगरानी की जरूरत पड़ी। काॅलोनी में लोग स्व अनुशासन से ही बाहर नहीं निकले। मेडिकल दुकानें खुली हैं, लेकिन यहां भी इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं।
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