Video of the patient came out of Kovid Hospital in Indore, said – no problem is still admitted | कोविड अस्पताल से सामने आया मरीज का वीडियो, कहा- कोई तकलीफ नहीं फिर भी भर्ती कर रखा है

Video of the patient came out of Kovid Hospital in Indore, said – no problem is still admitted | कोविड अस्पताल से सामने आया मरीज का वीडियो, कहा- कोई तकलीफ नहीं फिर भी भर्ती कर रखा है


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Indore
  • Video Of The Patient Came Out Of Kovid Hospital In Indore, Said No Problem Is Still Admitted

इंदौर9 घंटे पहले

इंडेक्स अस्पताल में भर्ती मनोज जैन ने यह वीडियो बनाया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

  • इंडेक्स अस्पताल में भर्ती मनोज जैन ने यह वीडियो बनाया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
  • वीडियो में अन्य मरीजों ने कहा- कोरोना पॉजिटिव बताकर अस्पताल वसूल रहा है तगड़े पैसे

कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच रविवार को कोविड अस्पताल में भर्ती एक कारेाना मरीज का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मरीज ने खुद को और अन्य मरीजों को पूरी तरह से स्वस्थ बताते हुए अस्पताल पर जबरन भर्ती कर पैसा वसूलने का आरोप लगाया है। 

इंडेक्स अस्पताल में भर्ती रीता पांचाल ने भी खुद को स्वस्थ बताया।

इंडेक्स अस्पताल में भर्ती मनोज कुमार जैन नामक कोरोना पॉजिटिव मरीज का बनाया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में जैन कहते हैं कि उन्हें ना तो सर्दी है, ना खांसी और ना ही बुखार आया। फिर भी उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताकर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। यहां भर्ती अधिकांश लोगों को कुछ नहीं हुआ है लेकिन सबकों भर्ती कर रखा है और उनसे तगड़ी फीस वसूली जा रही है। वीडियो में कोरोना पॉजिटिव तमन्ना, सपना लकड़े, रीता पांचाल और कई अन्य लोगों ने भी अपने आपको स्वस्थ बताते हुए अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 

वीडियो में अपने को स्वस्थ बताता एक मरीज। अस्पताल पर पैसा वसूलने के आरोप लगाए।

अस्पताल में किसी मरीज से कोई पैसा नहीं लिया जाता- सीएमएचओ
मामले में सीएमएचओ डॉक्टर प्रवीण जड़िया का कहना है कि अस्पताल में किसी मरीज से कोई पैसा नहीं लिया जाता। सरकार इनके इलाज का पैसा देती है। मरीजों का यह कहना गलत है कि उन्हें बगैर किसी वजह के अस्पताल में भर्ती कर रखा गया है। जिन्हें भर्ती किया गया है उनका कोरोना टेस्ट हुआ था, रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती किया गया। चूंकि ये मरीज बिना लक्षण वाले हैं इसलिए उन्हें ऐसा लग रहा है कि बेवजह भर्ती किया गया है। 

0



Source link