डॉ. गोविंद सिंह की मांग, दिग्विजय सिंह (बाएं) और अरविंद भदौरिया (दाएं) का लाइ डिटेक्टर टेस्ट कराया जाए.
दरअसल सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने आरोप लगाया था कि दिग्विजय सिंह ने उन्हें खरीदने की कोशिश की. डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि इन आरोपों की सच्चाई जानने के लिए दोनों नेताओं का लाई डिटेक्टर टेस्ट करा लेना चाहिए.
क्या है मामला ?
दरअसल मध्य प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री बनने के बाद अरविंद भदौरिया पहली बार अपने क्षेत्र भिंड गए थे. वहां अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने न केवल दिग्विजय सिंह बल्कि कांग्रेस के कई और नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए. यहां तक कि वह अपने शब्दों की मर्यादा भी भूल गए. अरविंद भदौरिया ने आरोप लगाया था कि जब वह बंगलुरु में थे तब दिग्विजय सिंह ने उनके भाई और परिवार वालों को यहां परेशान करने की कोशिश की. यहां तक कि उन्होंने मुझे भी खरीदने की कोशिश की. उनके इन आरोपों और भाषा की मर्यादा को लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं.
अरविंद भदौरिया VS दिग्विजय सिंहअरविंद भदौरिया और दिग्विजय सिंह के बीच तनातनी तब से चली आ रही है. जब मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने और बीजेपी सरकार बनाने का खेल चल रहा था. कांग्रेस के जो बागी विधायक बंगलुरु में थे, उन्हें संभालने का जिम्मा तब अरविंद भदौरिया को दिया गया था और वह कई बार बंगलुरु गए थे. दिग्विजय सिंह ने तब खुले तौर पर जिन दो-तीन नेताओं के नाम कमलनाथ सरकार को गिराने की साजिश में लिए थे, उनमें से एक नाम अरविंद भदौरिया का भी था.