भोपाल में जुलाई में इस साल महज ढाई इंच बारिश ही हुई है. (फाइल फोटो)
मौसम विभाग का कहना है फिलहाल प्रदेश भर में भारी बारिश (heavy rain) के आसार नहीं हैं. मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में अभी कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है. इसलिए तेज बारिश के लिए 24 जुलाई तक का इंतजार करना होगा
लंबे इंतजार के बाद सोमवार को मौसम में हल्का सा बदलाव देखने को मिला.ठंडी हवाएं चलने के साथ दोपहर तक मौसम का मिजाज बदला और करीब 1 घंटे तक भोपाल में झमाझम बारिश हुई. बारिश की झड़ी के साथ 1 इंच बारिश रिकॉर्ड की गयी. इसे मिलाकर शहर में इस माह अब तक 2.6 इंच बारिश हो चुकी है.
2.6 इंच बारिश
जुलाई महीने में अब तक भोपाल में सिर्फ 2.6 इंच बारिश हुई है.भोपाल में जुलाई का कोटा 16.04 इंच बारिश का है.यानी इस माह का कोटा पूरा होने के लिए अभी 13.44 इंच बारिश की और जरूरत है.साल 2019 की बात की जाए पिछले साल जुलाई में 9.9 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई थी.फिलहाल भारी बारिश के आसार नहीं
मौसम विभाग का कहना है फिलहाल प्रदेश भर में भारी बारिश के आसार नहीं हैं. मध्यप्रदेश में अभी कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है. इसलिए तेज बारिश के लिए 24 जुलाई तक का इंतजार करना होगा. अभी बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया या कोई स्ट्रांग सिस्टम नहीं बना है.इसी वजह से पूरे प्रदेश में फिलहाल छुटपुट बारिश ही रिकॉर्ड हो रही है. 9 साल में पहली बार है जब 20 जुलाई तक इतनी कम बारिश मध्य प्रदेश में हुई है.
जुलाई में मंदा है मॉनसून
जून में झमाझम बारिश की झड़ी के बाद जुलाई की शुरुआत से ही मध्य प्रदेश में मॉनसून की रफ्तार सुस्त है.20 दिन में अब तक महज एक या 2 दिन ही बारिश हुई है.जून में कोटे से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई तो जुलाई महीने में तय बारिश का कोटा पूरे होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं.