मंदसौरएक घंटा पहले
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- सोमवार को 20 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, कुल आंकड़ा 324 पर पहुंचा, इनमें से 134 केस अब भी एक्टिव
- महिला का पूरा परिवार गायब, प्रशासन गुपचुप कर रहा उनकी तलाश
- महिला ने सर्वे के दौरान स्वयं दिया था सैंपल, जांच में निकली पाॅजिटिव, टीम लेने पहुंची तो बोली : एक घंटे में आ रही हूं और गायब हाे गई
जिला प्रशासन से कोरोना संक्रमण की स्थिति संभलती नहीं दिख रही। दो दिन से शिक्षक कॉलोनी की पॉजिटिव मिला गायब है। वह ना जाने कितनों को संक्रमित करेगी। प्रशासन गुपचुप महिला की तलाश कर रहा। वहीं कमियों व गड़बड़ियों को छिपाने के लिए विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को मीडिया से किसी भी तरह की चर्चा करने से भी सख्त इनकार कर रखा है। जिले में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार 20 नए पॉजिटिव सामने आए। आंकड़ा बढ़कर 324 तक पहुंच गया। एक्टिव मरीजों की संख्या भी 134 हो गई। जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण की रोकथाम में पूरी तरह फेल साबित हो रहा है।
पूर्व में भी कई संदिग्ध जिन्हें प्रशासन ने होम क्वारेंटाइन किया लेकिन उन्हें घर में रखने में असफल रहे। बाद में ये पॉजिटिव मिले तब कांटेक्ट हिस्ट्री में जानकारी सामने आई कि ये घर के बाहर जिले में भ्रमण करते रहे। इस तरह के मामले मंदसौर, शामगढ़, भानपुरा व पिपलियामंडी में सामने आ चुके हैं। यही नहीं पूर्व में पिपलियामंडी में महाराष्ट्र से आया युवक पॉजिटिव मिला जो रिपोर्ट से पहले ही महाराष्ट्र भाग चुका था। ऐसा ही मामला अब शिक्षक कॉलोनी में सामने आया है। दो दिन से 39 वर्षीय पॉजिटिव महिला गायब है। अब यह महिला ना जाने कितनों को संक्रमित करेगी। प्रशासन मामले को दबाने का प्रयास कर रहा। गुपचुप तरह से महिला की तलाश की जा रही। हैरानी की बात यह है कि अभी भी जिम्मेदार मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर रहे।
जानकारी के अनुसार सर्वे के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम शिक्षक कॉलोनी में एक सरकारी विभाग में कार्यरत महिला के घर पहुंची। महिला ने स्वयं जागरुकता दिखाते हुए स्वयं का सैंपल दिया। 18 जून की रात को आई रिपोर्ट में यह पॉजिटिव आई। इस पर महिला के घर स्वास्थ्य विभाग की टीम लेने पहुंची तो उसने पहले स्वयं को होम क्वारेंटाइन करने की बात कही। टीम ने कोविड चलने की बात कही। महिला ने उनसे तैयारी के लिए एक घंटे का समय मांगा। एक घंटे बाद कर्मचारी महिला के घर पहुंचे तो वह गायब हो चुकी थी। मामले में आस-पड़ोसियों को भी कोई जानकारी नहीं है।
गड़बड़ियां छिपाने में लगे अधिकारी
जिला प्रशासन गड़बड़ियों को छिपाने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग व कोविड में लगे हर कर्मचारी को निर्देश तक दे रखे हैं कि कोई भी मीडिया को किसी भी तरह की जानकारी नहीं देगा। कोविड की रिपोर्ट तक प्रशासनिक अधिकारी पहले अपने पास मंगवाते हैं। मीडिया को जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य विभाग में एमएल काश्यप को मीडिया प्रभारी बनाया लेकिन महिला के मामले की जानकारी दो दिन बाद भी उनके पास नहीं है। काश्यप ने बताया कि मेरे पास तो केवल डाटा आता है, उसे सार्वजनिक करता हूं। इसकी जानकारी महेश धनोतिया के पास होगी। धनोतिया ने कहा कि मुझे किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार किया है। मैं अधिकृत नहीं हूं, आप सीएमएचओ से बात करें।
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