हीरा की जानकारी रखने वालों के अनुसार इस हीरे की कीमत 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये तक मिल सकती है. (सांकेतिक फोटो)
उन्होंने कहा कि यह हीरा उसे पन्ना जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर रानीपुर की उथली हीरा खदान (Shallow Diamond Mine) की खुदाई के दौरान मिला है.उन्होंने कहा कि कुशवाहा ने इस हीरे को यहां हीरा कार्यालय में जमा कर दिया है.
उन्होंने कहा कि यह हीरा उसे पन्ना जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर रानीपुर की उथली हीरा खदान की खुदाई के दौरान मिला है.उन्होंने कहा कि कुशवाहा ने इस हीरे को यहां हीरा कार्यालय में जमा कर दिया है और इसे बेचने के लिए आगामी नीलामी में रखा जाएगा. इस हीरे की नीलामी से जो भी पैसा मिलेगा, वह टैक्स काट कर उस व्यक्ति को दिया जाएगा.
70 सेंट का हीरा मिल चुका है
इसी बीच, आनंदी लाल कुशवाहा ने बताया, ‘‘इससे पहले भी इसी खदान की खुदाई के दौरान मुझे 70 सेंट का हीरा मिल चुका है और अब मुझे 10.69 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है.’’ हीरा की जानकारी रखने वालों के अनुसार इस हीरे की कीमत 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये तक मिल सकती है.बृजेश उपाध्याय को खदान की खुदाई के दौरान 29.46 कैरेट का हीरा मिला था
बता दें कि पिछले साल भी पन्ना में यहां के रहने वाले बृजेश उपाध्याय को खदान की खुदाई के दौरान 29.46 कैरेट का हीरा मिला था. तब पिछले 20 दिनों में यह चौथा अवसर था जब एक महीने के दौरान ही पन्ना की जमीन से 4 बेशकीमती हीरे मिले थे. इन सभी हीरों में बृजेश को मिला हीरा सबसे कीमती था. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही थी.
छप्पर फाड़ के सौगात
पिछले दो दशक से ज्यादा समय से हीरे की तलाश में लगे बृजेश की तब खुशी का आज ठिकाना नहीं था. क्योंकि उसे पता था कि उसने जो 29.46 कैरेट का हीरा धरती के नीचे से ढूंढ निकाला है, उसकी कीमत हजार या लाख में नहीं, बल्कि करोड़ों में है. जेम क्वालिटी के इस हीरे को स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी बेशकीमती बता रहे हैं. बृजेश ने बताया था कि खदान में जब पहली बार इस हीरे पर उसकी नजर पड़ी थी, तो एकबारगी लगा था कि कांच का टुकड़ा है. लेकिन गौर से देखने पर पता चला कि यह बेशकीमती हीरा है.