MP Board सिलेबस में 30 पर्सेंट की कटौती करेगा.
सीबीएसई के बाद अब एमपी बोर्ड ने सिलेबस को कम करने का फैसला लिया है. ताकि, कोरोना संकट काल के दौरान छात्रों पर पढ़ाई का बोझ थोड़ा सा कम हो सके.
नए शिक्षण सत्र एक अप्रैल से चल रही है ऑनलाइन क्लासेस
मध्यप्रदेश में नया शिक्षा सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो गया है. कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल फिलहाल बंद है. ऑनलाइन क्लासेस के जरिए छात्र छात्राओं की तैयारी करवाई जा रही है. राज्य शिक्षा केंद्र के आयुक्त लोकेश जाटव का कहना है कि पहली से पांचवी तक के छात्र छात्राओं की साल भर में 200 दिन स्कूल में क्लासेस लगती है तो छठवीं से आठवीं तक के बच्चों की 220 दिन क्लासेस तय होते हैं तो वहीं 1 अप्रैल से शिक्षण सत्र शुरू होता है इस हिसाब से 268 दिन स्कूल लगते है. कोरोना वायरस के चलते इस बार मार्च से ही स्कूल बंद है. 268 दिन इस बार स्कूल में क्लासेज लगना मुश्किल है. बोर्ड कक्षाओं का पूरा सिलेबस ऑनलाइन क्लासेस से पूरा हो पाना मुश्किल है. ऐसे में 9वीं से लेकर 12वीं तक के सिलेबस में 30 फ़ीसदी की कटौती की जा रही है.
सिलेबस को बांटा गया तीन हिस्सों मेंराज्य शिक्षा केंद्र के आयुक्त लोकेश जाटव का कहना है कि सिलेबस को तीन हिस्सों में बांटा गया है. पहला सिलेबस का जो हिस्सा( टॉपिक) बहुत मुश्किल है. उसकी शिक्षक अलग से तैयारी करवाएंगे. बार-बार रिपीट हो रहे टॉपिक को पाठ्यक्रम से कम किया जाएगा. तीसरा बाकी 70% पाठ्यक्रम को ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पूरा कराया जाएगा. वही कंटेनमेंट एरिया वाले स्कूलों को बताना होगा कि वह कितने दिन में छात्र-छात्राओं का सिलेबस पूरा कराएंगे.
ये भी पढ़ेंः
RBSE 12th Arts Result: राजस्थान बोर्ड 12वीं आर्ट का रिजल्ट जारी, 90.70% पास
RBSE 12वीं में लड़कों पर 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ बेटियों ने मारी बाजी
सीबीएससी पहले ही कर चुका है सिलेबस में 30 फ़ीसदी की कटौती
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के सिलेबस में 30 फ़ीसदी की कटौती की घोषणा पहले ही कर चुका है. सीबीएसई के बाद अब एमपी बोर्ड ने भी सिलेबस में कटौती का फैसला लिया है.लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन क्लासेस से सिलेबस पूरा कराया जा है.हालात सामान्य होने पर छात्र-छात्राओं की पढ़ाई स्कूल खुलने के बाद नियमित कक्षा और अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर की जाएगी.