Businessmen protest against increasing container area, accuse of discrimination | कंटेनमेंट एरिया बढ़ाने का सराफा व्यापारियों ने किया विरोध, भेदभाव का लगाया आरोप

Businessmen protest against increasing container area, accuse of discrimination | कंटेनमेंट एरिया बढ़ाने का सराफा व्यापारियों ने किया विरोध, भेदभाव का लगाया आरोप


शाजापुर19 मिनट पहले

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  • कंटेनमेंट एरिया में होने के बाद भी दुकान खुली रखना चाहते थे व्यापारी

कोरोना संक्रमण के मामले शहर व जिले में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार सुबह सराफा बाजार के एक व्यापारी के इंदौर में पाॅजिटिव पाए जाने की जानकारी लगने के बाद जैसे ही अधिकारियों ने कंटेनमेंट एरिया बढ़वाना शुरू किया वहां के व्यापारी सड़क पर आ कर विरोध जताने लगे। स्टापर लगा रहे नपा कर्मियों को रोकने के साथ ही व्यापारी दुकानें खुली रखने की मांग पर अड़ गए। व्यापारियों का आराेप था कि कंटेनमेंट एरिया बनाए जाने के मामले में अधिकारी भेदभाव कर रहे हैं। काफी मशक्कत के बाद अधिकारी दुकान बंद करा सके। 8 जुलाई को जामा मस्जिद गली में रहने वाले 70 वर्षीय बुजुर्ग के कोरोना पाॅजिटिव पाए जाने के बाद अधिकारियों ने इस गली को कंटेनमेंट एरिया बनाया था। अगले दिन बुजुर्ग व्यापारी की पत्नी कोरोना पाॅजिटिव पाई गई। इसके बाद उनके पड़ाेस में रहने वाला युवक तथा बाद में बुजुर्ग के परिवार के 8 अन्य सदस्य पाॅजिटिव पाए गए। एक ही गली से लगातार संक्रमित मिलने के कारण अधिकारियों ने इस क्षेत्र को हाॅटस्पाॅट मानकर किला मस्जिद से लेकर धोबी गली के कार्नर तक व सत्यनारायण गली में जैन ओसवाल धर्मशाला के कोने तक कंटेनमेंट एरिया बना दिया था। बाद में इस गली में 4 और पाॅजिटिव निकले तो एरिया बढ़ाकर गोपाल मंदिर तक कर दिया गया। राखी जैसा त्याेहारी सीजन सामने होने के बाद भी दुकानें बंद रहने के कारण व्यापारी कंटेनमेंट एरिया का विरोध कर रहे थे। 

संक्रमित आने पर अधिकारियों  ने फिर कंटेनमेंट एरिया बढ़ाया

व्यापारियों का कहना था कि जब मस्जिद गली के लगभग सभी लोग स्वस्थ हो कर घर आ चुके हैं तो इस क्षेत्र को कंटेनमेंट से मुक्त करना चाहिए, लेकिन छोटी मस्जिद गली के एक बुजुर्ग के उज्जैन में कोरोना पाॅजिटिव निकलने तथा बाद में बुजुर्ग की माैत हो जाने पर अधिकारी एरिया कम करने के पक्ष में नहीं थे। इसी बीच बुजुर्ग के परिवार के तीन सदस्य, एक पड़ाेसी दुकानदार व खिरनी तकिए का एक युवक संक्रमित पाया गया। इसके बाद अधिकारियों  ने फिर कंटेनमेंट एरिया बढ़ा दिया। बेरिकेड लगाने वाले कर्मचारियों को रोका- बुधवार सुबह नपा कर्मचारी कुछ पुलिसकर्मियों के साथ जब कंटेनमेंट एरिया बढ़ाने के लिए डिवाइडर लगाने सरकार वाड़ा क्षेत्र में पहुंचे तो व्यापारियों ने विरोध करते हुए उन्हें वहां से रवाना कर दिया। सूचना मिलने पर एसडीओपी ज्योति उमठ व अन्य अधिकारी वहां पहुंच गए। व्यापारी ने इन अधिकारियों से भी काफी बहस की। व्यापारियों का कहना था कि मस्जिद गली के सभी लोग स्वस्थ हो कर घर आ चुके हैं। गोपाल मंदिर तक कंटेनमेंट एरिया बढ़ाया जा रहा है, जबकि पटेलवाड़ी जाने के जो रास्ते हाटपुरा क्षेत्र में हैं वहां कंटेनमेंट एरिया बढ़ाना चाहिए। कई व्यापारियों ने अधिकारियों पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। कुछ व्यापारी तो दबी जुबान से यह भी कह रहे थे कि हाटपुरा क्षेत्र के एक व्यापारी के दबाव के चलते उस एरिए को कंटेनमेंट एरिया नहीं बनाया जा रहा है, जबकि अधिकारी लोगों के आरोपों का खंडन कर रहे थे।

व्यवसाय प्रभावित हो रहा
व्यापारी चंद्रशेखर घुघरिया, विमल जैन, संजय भटनागर, संदीप पोरवाल, प्रवीण गोयण आदि कई व्यापारी अधिकारियों से यह कहते नजर आए कि हमारा व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। हम दुकान खोलेंगे। कुछ व्यापारियों ने यह भी कहा कि दुकान बंद नहीं की जाएगी।  ज्ञात हो कि कंटेनमेंट एरिया होने के बाद भी कई लोग सुबह से ही दुकान खोल कर बैठे थे। कुछ व्यापारियों का यह भी कहना था कि पटेलवाड़ी क्षेत्र जो कंटेनमेंट एरिया है वहां के लोग आराम से घूम रहे हैं, दुकानें खुली है। आप हमारे साथ चल कर देख ले। व्यापारियों की एसडीएम महेंद्र सिंह कवचे व एसडीओपी उमठ से काफी देर तक बहस होती रही। बाद में अधिकारियों ने व्यापारियों को समझा बुझा कर दुकान बंद करवा दी। एसडीएम कवचे ने किराना, कपड़ा, सोना-चांदी आदि व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों को बुलाकर बात भी की। 

भेदभाव नहीं कर रहे
एसडीएम कवचे का कहना है कि ये पदाधिकारी प्रशासन के साथ हैं। कवचे ने भेदभाव के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि उक्त एरिया हाॅटस्पाॅट है इसलिए जहां तक नियमानुसार कंटेनमेंट एरिया बनाया जाना था, बनाया गया है। एसडीएम उमठ ने कहा कि हाटपुरा क्षेत्र में कंटेनमेंट एरिया बढ़ाया गया है तथा गलियों में जाने वाले रास्ते भी ब्लाॅक किए गए है।

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