ये लड़कियां अपनी सहेलियों के साथ पेंच नदी के किनारे पिकनिक मनाने गयी थीं.
छिंदवाड़ा में (Selfie) का जुनून 2 लड़कियों के लिए जान की आफत बन गया. परफेक्ट सेल्फी लेने की कोशिश में दोनों लड़कियां पेंच नदी के बीच में पत्थर पर जाकर बैठ गयीं. इसी बीच अचानक नदी (river) में पानी का बहाव तेज हो गया और दोनों ये नदी में ही फंस गयीं
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में Selfie का जुनून 2 लड़कियों के लिए जान की आफत बन गया. परफेक्ट सेल्फी लेने की कोशिश में दोनों लड़कियां पेंच नदी के बीच में पत्थर पर जाकर बैठ गयीं. इसी बीच अचानक नदी में पानी का बहाव तेज हो गया और दोनों ये नदी में ही फंस गयीं. साथ में सहेलियां भी थीं लेकिन वो नदी किनारे थीं.
चीख-पुकार और घबराहट
अपनी सहेलियों को पानी में फंसा देख साथिनों के हाथ-पैर फूल गए. बाहर निकलने का कोई उपाय नहीं था. पानी उफनता जा रहा था और लड़कियों बुरी तरह से घिरी हुई थीं.नदी किनारे खड़ी सहेलियों ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को फौरन इसकी सूचना दी. खबर पूरे छिंदवाड़ा में आग की तरह फैल गयी. सब इन लड़कियों की मदद के लिए भागे. पंचायत और पुलिस-प्रशासन की मदद से लड़कियों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. काफी जद्दोजहद के बाद दोनों को नदी से बाहर सुरक्षित निकाल लिया गया.पेंच नदी में फंसी लड़कियां
ये घटना छिंदवाड़ा के जुन्नारदेब तहसील के बेलखेड़ी गांव की है. कॉलेज में पढ़ने वाली 8 लड़कियों का समूह पिकनिक मनाने पेंच नदी के किनारे गया था. जुन्नारदेव डूंगरिया की वार्ड नंबर 3 और वार्ड नंबर 2 में रहने वाली ये युवतियां सेल्फी लेने नदी में उतरी थीं और बस उसी दौरान नदी में तेज़ बहाव आ गया और ये दोनों वहीं फंसी रह गयीं.
कोरोना के दौरान पिकनिक
सेल्फी के चक्कर में जान को दांव पर लगाने की यह पहली घटना नहीं है. कोरोना के प्रतिबंध के बाद भी ये लड़कियां कैसे यहां पिकनिक मनाने गयीं, ये भी गौर करने वाली बात है.