आदिवासी क्षेत्र में पढ़ाने वाले इस टीचर को केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने बनाया ब्रांड एम्बेसडर, जानें वजह | raisen – News in Hindi

आदिवासी क्षेत्र में पढ़ाने वाले इस टीचर को केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने बनाया ब्रांड एम्बेसडर, जानें वजह | raisen – News in Hindi


बैलगाड़ी पर लादकर किताब को स्कूल ले जाते टीचर नीरज सक्सेना.

बच्चों की जनरल नॉलेज के लिए हर पेड़ पर तख्ती लगाई गई है, जिस पर सामान्य जानकारियां लिखी गई हैं. वहीं, शिक्षक नीरज सक्सेना (Neeraj Saxena) ने दो एकड़ में पेड़- पौधें लगा दिए हैं.

रायसेन. मध्य प्रदेश के रायसेन में एक टीचर को केंद्रीय इस्पात मंत्रालय (Union Steel Ministry) ने अपना ब्रांड एम्बेसडर (Brand Ambassador) बनाया है. इस्पात मंत्रालय ने सबसे पहले सोसल मीडिया के माध्यम से टीचर नीरज सक्सेना (Neeraj Saxena) की मेहनत देखी थी. इसके बाद मंत्रालय ने अपनी एक टीम को दिल्ली से रायसेन भेजा, जहां डाक्यूमेंट्री सूट की गई. इसके बाद अब इस्पात मंत्रालय ने शिक्षक नीरज सक्सेना को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है. साथ ही अपनी फेसबुक पेज (Ministry of Steel, Government of India) पर उनका वीडियो अपलोड किया है.

नीरज सक्सेना मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की भोजपुर विधानसभा क्षेत्र के शासकीय स्कूल सालेगढ़ में 10 साल से पदस्थ हैं. शिक्षक नीरज सक्सेना अच्छी पढ़ाई और मेहनत के कारण हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. उन्होंने अपनी मेहनत से शासकीय विद्यालय को प्राइवेट स्कूल से भी अच्छा मॉडल स्कूल बनाया है. उन्होंने स्कूल के आस-पास पेड़- पौधे लगाए हैं.

Watch the story of Neeraj Saxena, a school teacher from Raisen, Madhya Pradesh who with his #IspatiIrada is kindling dreams and igniting minds.Ministry of Steel, Government of India द्वारा इस दिन पोस्ट की गई सोमवार, 20 जुलाई 2020

हर पेड़ पर तख्ती लगाई गई है
बच्चों की जनरल नॉलेज के लिए हर पेड़ पर तख्ती लगाई गई है, जिस पर सामान्य जानकारियां लिखी गई हैं. वहीं, शिक्षक ने दो एकड़ में पेड़- पौधें लगा दिए हैं. स्कूल जंगलो के बीच बसा है. यहां भील ओर आदिवासी समाज के लोग रहते हैं. जिनको अच्छी तरह से शिक्षा दी जा रही है. खास बात यह है कि स्कूल तक आने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है. ऐसे में नीरज सक्सेना बारिश के मौसम में कीचड़ में 5 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पहुंचते हैं.

स्कूल परिसर

बैलगाड़ी से किताब लेकर स्कूल पहुंचे थे

वो कुछ दिन पूर्व बैलगाड़ी से किताब लेकर स्कूल पहुंचे थे. बच्चों की पढ़ाई के प्रति इस शिक्षक के कार्य के लिए लोगों द्वारा प्रशंसा की जा रही है. राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक लोकेश जाटव ने भी शिक्षक की बहुत प्रशंसा की है.

टीचर नीरज सक्सेना

15 अगस्त को होगा सम्मान
रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने शिक्षक नीरज सक्सेना को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने जो नवाचार किया है उस के लिए बधाई देते हैं. उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है. एक स्कूल की दशा दिशा दोनों बदल दी है. अन्य स्कूल में भी इस तरह की विकास कार्य हो, ताकि बच्चे अच्छी पढ़ाई कर सकेंगे. कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि15 अगस्त पर नीरज सक्सेना को सम्मानित करेंगे.





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