लोकायुक्त स्वास्थ और चिकित्सा शिक्षा विभाग को डॉक्टर लालवानी के बारे में रिपोर्ट भेजेगा.
डॉ. लालवानी ने यशपाल के साथ 2 अन्य पी.जी. छात्रों (P G Students) डॉ. अशोक यादव और डॉ. संजय जैन से भी यही मांग (bribe) की थी.
गांधी मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में अध्ययनरत डॉ. यशपाल सिंह ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त से शिकायत की थी कि विभाग के एचओडी डॉ. मुरली लालवानी एमडी की परीक्षा पास कराने के एवज में डेढ लाख की रिश्वत मांग रहे हैं. इस शिकायत को एसपी लोकायुक्त ने गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की प्राथमिक तौर पर जांच की. जांच में यह पाया गया कि शिकायत सही है, तो लोकायुक्त की टीम ने आरोपी डॉक्टर मुरली लालवानी को ट्रैप किया.
इसलिए मांगी थी डेढ़ लाख की रिश्वत
लालवानी ने एम.डी. फाइनल ईयर पास करने के एवज और पोस्ट मॉर्टम लीगल वर्क के लिए शासकीय भुगतान गृह के विभाग से फरियादी यशपाल के बैंक खाते में आए 1.5 लाख रुपए मांगे थे. यशपाल डॉ. लालवानी के बिहाफ पर पी.एम. एग्ज़ेमिनेशन करते हैं. 1.5 लाख रुपए नहीं देने पर डॉ. लालवानी ने यशपाल को फेल करने की धमकी दी थी. डॉ. मुरली लालवानी को यशपाल से 40000 रुपए रिश्वत लेते हुए HOD के कैबिन में लोकायुक्त टीम ने ट्रेप किया.
दूसरे स्टूडेंट से भी मांगी थी रिश्वत
डॉ. लालवानी ने यशपाल के साथ 2 अन्य पी.जी. छात्रों डॉ. अशोक यादव और डॉ. संजय जैन से भी यही मांग की थी. यशपाल के साथ अब दोनों मेडिकल स्टूडेंट के तथ्यों की जांच भी लोकायुक्त की टीम कर रही है. इस मामले में दोनों स्टूडेंट के बयान लिए जा रहे हैं. साथ ही दोनों से जुड़ी जानकारी भी जुटायी जा रही है. इस ट्रेप की कार्रवाई के बाद लोकायुक्त स्वास्थ और चिकित्सा शिक्षा विभाग को डॉक्टर लालवानी के बारे में रिपोर्ट भेजेगा.