ईस्ट बंगाल का आईएसएल में खेलना तय नहीं
आईएसएल (ISL) का 2020-21 चरण कोविड-19 महामारी के चलते एक ही स्टेडियम में नवंबर से मार्च तक खेलना निर्धारित किया गया है
पूर्व खिलाड़ियों ने क्लब को लिखा पत्र
ईस्ट बंगाल के आसियान कप के चैम्पियन बनने की 17वीं वर्षगाठ पर बाईचुंग भूटिया और टीम के अन्य खिलाड़ियों ने क्लब के सचिव कल्याण मजुमदार को पत्र लिख कर महामारी के कारण परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद का भरोसा दिया.
टीम के पूर्व कप्तान सुले मुसाह और पूर्व खिलाड़ियों ने लिखा, ‘दुर्भाग्य से इस वायरस से खेल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. कोविड-19 की वजह से पूरी दुनिया पीड़ित हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हम इस घातक वायरस के कारण पीड़ित लोगों के साथ दिल से खड़े होना चाहते हैं. हमें लगता हैं कि ऐसी स्थिति में आईएसएल में खेलना हमारी प्रथमिकता नहीं है. हमारा उद्देश्य लाखों पीड़ित लोगों का समर्थन करना हैं.’‘लोगों के साथ, लोगों के पास’
उन्होंने कहा, ‘हमारा मकसद ‘लोगों के साथ, लोगों के पास’ है और हम आप सभी के साथ देने का वादा करते हैं . ईस्ट बंगाल खुशहाल रहें.’ कोच सुभाष भौमिक की देखरेख में ईस्ट बंगाल ने 26 जुलाई 2003 को आसियान कप के फाइनल में थाईलैंड की मजबूत टी बीईसी टेरो सासना को 3-1 से हराया था.
आईएसएल ने अभी तक आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है लेकिन इसके आयोजक फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड ने शुक्रवार को क्लब के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान यह स्पष्ट कर दिया है कि वे टूर्नामेंट में 10 टीमों के साथ बने रहेंगे और फिलहाल नयी टीम के लिए कोई निविदा नहीं होगी.
अपने लिए अभी भी रास्ता खुला मान रहा है ईस्ट बंगाल
आईएसएल का 2020-21 चरण कोविड-19 महामारी के चलते एक ही स्टेडियम में नवंबर से मार्च तक खेलना निर्धारित किया गया है. गोवा और केरल इसकी मेजबानी के लिये सबसे आगे हैं. ईस्ट बंगाल के शीर्ष अधिकारी से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘कोई अधिकारिक बैठक नहीं हुई थी. आप कह सकते हैं कि ये सब अफवाहें हैं. हमारे लिये अब भी रास्ता खुला है और हम संभावित निवेशक से बात कर रहे हैं.’