53 villages of Madhya Pradesh will be developed as tourist spots, local people will get employment | मध्य प्रदेश के 53 गांवों को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा

53 villages of Madhya Pradesh will be developed as tourist spots, local people will get employment | मध्य प्रदेश के 53 गांवों को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा


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भोपाल24 मिनट पहले

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आज फिक्की की तरफ से ई-कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया था।

  • कोविड 19 की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए प्रदेश नवाचार की योजना
  • फिक्की की ओर से आयोजित टूरिज्म ई-कॉन्क्लेव में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने दी जानकारी

मध्य प्रदेश के 53 गांवों को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा, इससे प्रदेश में कोविड-19 की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी। साथ ही स्थानीय स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। फिक्की की ओर से आयोजित टूरिज्म ई-कॉन्क्लेव में प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने नवाचार की योजना की जानकारी दी।

उषा ठाकुर गुरुवार को फिक्की द्वारा आयोजित टूरिज्म ई-कॉन्क्लेव के समापन समारोह में भाग ले रही थीं। उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश में पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए अनेक नवाचारों पर विचार कर रहे हैं। पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सुंदरता के साथ विविध संस्कृति और बोली से युक्त मध्यप्रदेश के 53 गांवों को चिन्हित किया जाएगा। उन्हें टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। उनकी इस बात से कॉन्क्लेव में जुड़े दूसरे राज्यों के मंत्री भी एकमत थे।

ईको टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा

पड़ोसी राज्यों के परस्पर सहयोग से पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाए। मध्यप्रदेश की सीमाएं 5 राज्यों से मिलती हैं। हम प्रदेश में ईको टूरिज्म के साथ ही आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे। मध्यप्रदेश में प्राचीन तीर्थ उज्जैन, नर्मदा उद्गम अमरकंटक, सांची, महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर आदि महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन स्थल हैं। मध्य प्रदेश में सर्वाधिक राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व हैं। इनके बफर क्षेत्र में कोविड को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों के लिये सुविधाएं जुटाई जा रही हैं।

कॉन्क्लेव में छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, केरल के पर्यटन मंत्री कणाकम पल्ली सुरेंद्रन, ओडिशा के पर्यटन मंत्री ज्योति प्रकाश पाणिग्रही, कर्नाटक के पर्यटन मंत्री सीटी रवि, गुजरात के पर्यटन राज्य मंत्री वसन भाई अहीर, केन्द्रीय अतिरिक्त महानिदेशक पर्यटन रुपिन्दर बरार, फिक्की ईस्टर्न रीजन टूरिज्म कमेटी के अध्यक्ष सौभाग्य मोहापात्र और फिक्की की पूर्व अध्यक्ष डॉ. ज्योत्सना सूरी ने भी भाग लिया।

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