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- Businessmen Suggested On The Lines Of Indore, Administration In Dhar Also Abolish Restrictions Till The Festival, Business Will Increase
धार3 घंटे पहले
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रक्षाबंधन से चार दिन पहले बाजार गति पकड़ने लगा है, लेकिन छाेटे व्यापारियाें काे सप्ताहिक बंद की चिंता है। 3 अगस्त काे राखी है। इससे पहले शनिवार व रविवार काे हाेने वाला बंद व्यापार की गति धीमी कर सकता है। इसके पीछे व्यापारियाें का तर्क है कि बंद के ये दाे दिन राखी के व्यापार काे प्रभावित करेंगे। अब तक प्रशासन की सभी शर्ताें काे मानते हुए व्यापारियाें ने अपना व्यापार किया, लेकिन अब व्यापारियाें की तरफ से मांग उठी है कि जिस तरह इंदाैर जिला प्रशासन ने त्याेहार तक बंद की बंदिशें खत्म की, वैसे ही यहां भी त्याेहार तक बंद नहीं रखा जाए। मंगलवार काे प्रशासन द्वारा अायाेजित बैठक में व्यापारियाें ने अपना पक्ष रखकर त्याेहार तक लाॅकडाउन में छूट की मांग भी उठाई, लेकिन अधिकारियाें ने व्यापारियाें की मांग पर मंथन करने की बजाए सीधे अपना निर्णय सुना दिया। बुधवार काे भास्कर टीम ने हर वर्ग के व्यापारियाें से चर्चा की। जिससे एक ही बात सामने निकलकर आई कि त्याेहार तक ताे साप्ताहिक लाॅकडाउन में छूट देना ही चाहिए। क्याेंकि बहुत सी महिलाएं जाे यहां राखी मनाने आएंगी, वे बाजार बंद रखने से खरीदी नहीं कर पाएंगी। राजवाड़ा चाैक पूरा खाली है। ऊपर से राखी की कीमत 20 प्रतिशत बढ़ गई है। थाेक व्यापारियाें भी नकद व्यापार ही कर रहे हैं। राखी व्यापारियाें ने दुकान संचालन का खर्च पूछने पर बताया कि लाेकेशन के हिसाब से 15 से 25 हजार रुपए दुकान किराया, लगभग 200 रु. राेज बिजली खर्च, 250 रु. राेज में कर्मचारी। जन्माष्टमी तक दुकानें लगाई जाएंगी तब तक यह खर्च रहेगा। राखी और जन्माष्टमी में 8 दिन का अंतर है। तब तक बिजली बिल 1600, 2 हजार रुपए कर्मचारी और 15 से 25 जाे किराया देना है वाे ताे है ही। इसके अलावा अन्य खर्च अलग। कुल मिलाकर एक दुकान संचालन पर लगभग 30 से 40 हजार रुपए का खर्च बैठ रहा है। ऐसे में व्यापारी काे खर्च और मुनाफा मिलाकर कम से कम 80-90 हजार रुपए का ताे व्यापार करना ही पड़ेगा।
सराफा एसाेसिएशन अध्यक्ष मनीष जायसवाल ने कहा लाॅकडाउन का असर बड़े व्यापारियाें पर ताे नहीं पड़ेगा, लेकिन त्याेहार के समय लाॅकडाउन हाेने से छाेटे व्यापारियाें काे नुकसान है। ऐसे में छाेटे व्यापारियों की भावनाओं काे ध्यान में रखते हुए आंशिक फेरबदल करते हुए रविवार काे आधा दिन और साेमवार काे पूर्णत: लाॅकडाउन रखना चाहिए। इससे त्याेहार का दिन हाेने से लाेग अपना समय परिवार के साथ भी बिता सकेंगे।
त्योहार नजदीक है, इस समय बंद रखना अनुचित
बाेहरा बाखल तिराहा पर राखी की दुकान लगाने वाले व्यापारी सोनू ठाकुर ने बताया त्याेहार का नजदीकी समय हाेने से ग्राहकी बढ़ी है। ऐसी स्थिति में बंद रखना अनुचित है। इसके एवज में हम प्रशासन की सभी मांगें मानने काे तैयार हैं। एक अन्य व्यापारी राजेश मालवीय कहते हैं कि वैसे ही हर साल के 200-250 दुकानाें के मुकाबले अाधी ही राखी की दुकानें लगी हैं।
क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में जाे तय हाेगा, वही निर्णय लिया जाएगा
त्याेहार के चलते शनिवार-रविवार काे बाजार खुला रखने काे लेकर फिलहाल शासन के काेई निर्देश नहीं मिले हैं। मगर फिर भी मैं इस बारे में कलेक्टर साहब से चर्चा करूंगा। इसके बाद क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में जाे तय हाेगा, उस अनुसार निर्णय लिया जाएगा।’
शैलेंद्र साेलंकी, अपर कलेक्टर, धार
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