Yellow mosaic on soybean crop, army worm outbreak on maize crop increases concern | सोयाबीन की फसल पर पीला मोजेक, मक्का की फसल पर आर्मी वार्म कीट के प्रकोप से बढ़ी चिंता

Yellow mosaic on soybean crop, army worm outbreak on maize crop increases concern | सोयाबीन की फसल पर पीला मोजेक, मक्का की फसल पर आर्मी वार्म कीट के प्रकोप से बढ़ी चिंता


रतलाम18 मिनट पहले

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  • कृषि अफसरों ने निरीक्षण किया तो किसानों ने की शिकायत, कीटनाशक छिड़काव की सलाह दी

सोयाबीन की फसल पर पीला मोजेक और मक्का की फसल पर आर्मी वार्मी कीट का प्रकोप है। इससे किसान कृषि विभाग को शिकायत कर रहे हैं। विभाग के उपसंचालक कृषि ज्ञानसिंह मोहनिया एवं कृषि विकास अधिकारी ने मंगलवार को मूंदडी, सरवनी जागीर, पीपलखूंटा आदि गांवों का निरीक्षण किया। किसान जगदीश, कैलाश, शोभाराम, गेंदालाल, अंबालाल, धूलजी आदि ने बताया कि मक्का फसल पर फाल आर्मी कीट का प्रकोप है। इस पर अधिकारी ने एमामेक्टिन बेंजोएट 0.4 ग्राम प्रतिलीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव की सलाह दी गई। उपसंचालक कृषि ने बताया जिले में खरीफ फसलों में अभी तक डेढ़ माह से अधिक अवधि हो गई है। सलाह दी गई कि खेत की नमी को बनाए रखने के लिए निंदाई, गुड़ाई, डोरा चलाएं एवं दरारें पड़ने से पहले ही फसलों जीवनरक्षण सिंचाई करें। सोयाबीन में गर्डल बीटल का प्रयोग देखते ही प्रोफेनोफॉस 50 ईसी, 1250 मि.ली प्रति हैक्टेयर या ट्रायजोफास 4.0 ईसी 800 मिली लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से किसी एक दवा का पानी में घोलकर छिड़काव करें। सोयाबीन की फसल में पीला मोजेक वायरस जनित बीमारी के प्रकोप को देखते ही इसके फैलाव को रोकने के लिए प्रारम्भिक अवस्था में ही अपने खेत में जगह-जगह पीला चिपचिपा ट्रैप कार्ड लगाएं। सफेद मक्खी का नियंत्रण होने में सहायता मिलेगी। रोग से ग्रसित पौधों को निकालकर गड्ढे में डालकर मिट्टी से ढंक दें।

बारिश की लंबी खेंच के बाद अब इल्लियां कर रही हैं किसान को परेशान
प्रीतमनगर | क्षेत्र में सोयाबीन की फसल पहले ही बारिश की लंबी खेंच से उभर नहीं पाई है। लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश से फसलों में कुछ जान आई और अब बड़ी लंबी इल्लियों ने फसलों पर अटैक कर दिया है। अब किसान दवाइयों का छिड़काव कर रहा है, किंतु इल्ली नष्ट नहीं हो रही है। यह इल्ली सोयाबीन की पत्तियों को खाकर पौधे छलनी कर रही है। एक पौधे पर 7-8 इल्लियां हैं।
किसान महेश बैरागी ने बताया कृषि विभाग को भी पंचायत स्तर पर चौपाल लगाकर किसानों को जानकारियां देना चाहिए। झरखेड़ी के किसान अमृत सोलंकी ने बताया फसलों पर इल्ली तो है दवाइयों का छिड़काव भी कर रहे हैं। हरे व काले रंग की इल्ली लग गई है।
कीटनाशक का छिड़काव करें
^बिहार हेयरी कैटरपीलर तथा हेलियोथिस दो तरह की इल्ली है। दवाई में एम्पलिगो 80 एमएल या क्यूनालफास 120 एमएल प्रति एकड़ में 160 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। इससे इल्लियां मर जाएंगी
बी एम सोलंकी, वरिष्ठ कृषि विकास विस्तार अधिकारी

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