विदिशाएक घंटा पहले
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जिले में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। विदिशा के बड़ाबाजार स्थित चूनावाली गली में मोबाइल रिपेयरिंग करने वाले 52 साल के एक दुकानदार की गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात भोपाल में इलाज के दौरान मौत हो गई। कोरोना के संक्रमण से जिले में एक महीने के अंदर 3 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सिरोंज के 70 साल का पुरुष और 40 साल की एक महिला भी शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में विदिशा जिले में 20 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें गुरुवार शाम 6 बजे के बाद मिले 12 और शुक्रवार को शाम 6 बजे तक मिले 8 नए मरीज भी शामिल हैं। इस प्रकार विदिशा जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 321 तक पहुंच गई है। इनमें से 242 मरीज अब तक स्वस्थ होकर अपने घरों की ओर लौट चुके हैं तथा 77 मरीज अभी भी संक्रमित बने हुए हैं। तीन दिन से था बुखार भोपाल में निकले पॅाजिटिव: जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा.संजय खरे ने बताया कि विदिशा के जिस कोरोना पेशेंट की मौत हुई है, वह पिछले 3 दिनों से बुखार से पीड़ित था। रात में हमारे पास आने पर 2.30 घंटे में उनकी कई जांचें की गईं। समय कम था, इसलिए उन्हें भोपाल रेफर कर दिया गया था। भोपाल में ही कोरोना की जांच हुई तो वे वहां पॉजिटिव निकले थे। वहीं इलाज के दौरान उनकी मौत हुई। यहां इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। उनकी जान बचाने का पूरा प्रयास हमारी टीम ने किया था।
ये हुआ…रात 1 बजे किया भोपाल शिफ्ट
जिस 52 साल के मोबाइल रिपेयरिंग करने वाले दुकानदार की गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात कोरोना पॉजिटिव होने से मौत हुई है, वे पिछले 2 दिनों से विदिशा में किसी प्राइवेट डाक्टर से अपना इलाज करवा रहे थे। हालत गंभीर होने पर रात 10.45 बजे सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। रात 1 बजे हायर सेंटर भोपाल रेफर कर दिया गया था। छोटा वेंटीलेटर है लेकिन उसे लगाने के लिए एक्सपर्ट नहीं हैं। वेंटीलेटर नहीं लगाया जा सका था।
4 माह में क्यों नहीं आया वेंटीलेटर: विधायक
इधर विधायक शशांक भार्गव ने विदिशा के दुकानदार की कोरोना संक्रमण से मौत होने पर स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाया है। यहां प्रेस को जारी बयान में उन्होंने कहा कि मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। ऐसे में उसे भोपाल रेफर किया गया। जिला अस्पताल में वेंटीलेटर की सुविधा नहीं है। मैंने 4 महीने पहले 1 अप्रैल 2020 को जिला अस्पताल में वेंटीलेटर खरीदने के लिए 15 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। 4 महीने के बाद भी वेंटीलेटर मंगाने में लापरवाही क्यों बरती गई।
संक्रमित युवक की पत्नी भी पॉजिटिव
सिरोंज में शुक्रवार को नगर में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज चिन्हित हुए। इनमें पूर्व में संक्रमित मिले मदनमोहन पथ इलाके में रहने वाले युवक की पत्नी भी अब कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। राजीव गांधी स्मृति चिकित्सालय प्रभारी डाक्टर विवेक अग्रवाल ने बताया कि नगर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 126 हो गई है। कोरोना संक्रमण की वजह से जुलाई के महीने में क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो चुकी है।
संक्रमित बच्ची के साथ मां भी रही, सात दिन बाद ठीक होकर घर लौटी
सिरोंज के पालीटेक्निक कालेज में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भर्ती हुआ पहला कोरोना संक्रमित शुक्रवार को स्वस्थ्य होकर वापस लौटा। गरेंठा अस्पताल में पदस्थ एएनएम की 7 वर्षीय बेटी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। सप्ताह भर पहले इस 7 वर्षीय बालिका को सिरोंज कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था। बच्ची के साथ उसकी मां भी कोविड सेंटर में रही। सेंटर पर भर्ती होने वाली यह पहली मरीज थी। इसके बाद 12 मरीज और भर्ती हो चुके हैं। सिरोंज स्वास्थ्य महकमें ने फूल माला पहना कर और तालियां बजाकर बच्ची का स्वागत किया।
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