इंदौर में 92 साल के बुजुर्ग डॉक्टर ने कोरोना को मात दे दी.
उज्जैन जिले के बड़नगर के रहने वाले 92 साल के डॉक्टर शब्द शरण दवे एक सप्ताह पहले कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाये गये थे. जिसके बाद उन्हें इंदौर (Indore) के अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
हार्ट पेशेंट शब्द शरण दवे की पहली कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, लेकिन दूसरी रिपोर्ट तीन दिन पहले नेगेटिव आई. जिसके बाद शनिवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. हार्ट पेशेंट होने की वजह से इलाज में थोड़ी तकलीफ हुई, लेकिन पेशे से डॉक्टर शब्द शरण दवे ने इस उम्र में भी अपना हौसला नहीं खोया. यही वजह रही कि वो कोरोना से जंग जीतकर अपने घर लौट गये.
डॉक्टर दवे 85 साल की उम्र तक प्रैक्टिस करते रहे. बाद में उन्होंने अपनी प्रैक्टिस छोड़ दी और घर पर रहने लगे. लेकिन एक सप्ताह पहले कोरोना वो कोरोना संक्रमित हो गए. आज अस्पताल से डिस्चार्ज होने पर एमटीएच अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया.
इंदौर में दो हजार से ज्यादा एक्टिव केसकोरोना संक्रमण को लेकर इंदौर अभी भी रेड जोन में है. शहर के विभिन्न अस्पतालों में दो हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज फिलहाल चल रहा है. पिछले 24 घंटे में मिले नए संक्रमितों के साथ कोविड अस्पतालों में भर्ती कोरोना के मरीजों की तादाद 2060 तक पहुंच गई है. शुक्रवार को 40 मरीज डिस्चार्ज किए गए. इसके साथ जिले में कुल 5076 मरीज अब तक कोरोना संक्रमण से उबर कर ठीक हो चुके हैं.
120 नए संक्रमित मरीज मिले
इंदौर में पिछले 24 घंटे में 2634 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए, जिसमें से 1897 सैम्पलों की जांच की गई. इनमें 1763 नेगेटिव पाए गए, जबकि 120 पॉजिटिव मिले हैं. 6 रिपीट पॉजिटिव निकले और 8 जांच योग्य नहीं होने से खारिज किए गए. यानि टेस्टिंग के साढ़े छह फीसदी से ज्यादा संक्रमित पाए गए. आज कुल 138076 सैम्पलों की जांच की गई, जिसमें अब तक 7448 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल बुलेटिन में कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत की पुष्टि की गई. इसे मिलाकर अबतक कुल 312 लोगों की जिले में कोरोना से मौत हो चुकी है. कोरोना से मृत्युदर 4 फीसदी से ज्यादा है.