इंदौर17 मिनट पहले
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लगातार बारिश से कई क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भरा गया है। लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- बंगाल की खाड़ी में फिर से सिस्टम बनना शुरू, आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होने के आसार
- पिछले अगस्त में 31 में से 20 दिन पानी बरसा था, पूरे महीने में 22 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई थी
पूरा सावन सूखा-सूखा बीत जाने के बाद अब भादाै से काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि इंदौर की प्यास बुझाने के लिए 34 इंच बारिश की जरूरत हाेती है, लेकिन अब तक बारिश का आधा काेटा भी पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में यदि भादाै नहीं बरसा ताे इंदाैरी प्यासे ही रह जाएंगे। हालांकि भादाै की शुरुआत ताे अच्छी हुई है। मंगलवार को आधे शहर को जमकर भिगोने के बाद बुधवार सुबह से ही बादल मेहरबान हो गए हैं। सुबह आधे घंटे झमाझम के बाद लगातार रिमझिम बारिश जारी है। इस सीजन ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी देर तक फुहारें गिर रही हैं।
पश्चिम क्षेत्र में करीब आधे घंटे तेज बारिश
मंगलवार को दोपहर में करीब 35 मिनट तक पश्चिम इंदौर में तेज पानी बरसा था। इस कारण अन्नपूर्णा मंदिर के सामने काफी पानी भी जमा हो गया। बारिश का दायरा राजेंद्र नगर से लेकर कलेक्टर ऑफिस तक ही था। जिस वक्त पश्चिम इंदौर भीग रहा था, ठीक उसी वक्त पूर्वी हिस्से में सूखा था।
35 मिनट में 1 इंच के करीब बारिश
एयरपोर्ट पर वर्षा मापी केंद्र ने 22.8 मिलीमीटर बारिश शाम 5:30 रिकॉर्ड की। महज 33 मिनट की बारिश मे इतना पानी गिर गया। शहर के पूर्वी हिस्से में भी शाम को ठीक-ठीक बारिश हुई। कुल बारिश की बात की जाए तो अब तक 341 किलोमीटर यानी 13.6 इंच पानी गिर चुका है। राहत की बात यह भी है कि बारिश के ऐसे ही दौर चलते रहेंगे। तापमान में कमी नहीं, 1 इंच के करीब पानी गिरने के बाद भी अधिकतम तापमान में कोई कमी नहीं आई है। यह 31.6 डिग्री होकर सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री होकर सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा रहा।
बंगाल की खाड़ी में फिर से बन रहा सिस्टम
अच्छी बात यह है कि बंगाल की खाड़ी में फिर से सिस्टम बनना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। जुलाई में नाम मात्र का पानी गिरने के बाद अब पूरी आस अगस्त से रह गई है। पिछले अगस्त की बात की जाए तो 31 में से 20 दिन पानी बरसा था। पूरे महीने में 22 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई थी। जुलाई में 20 और अगस्त में भी 22 इंच पानी गिरने से औसत बारिश का कोटा पूरा हो गया था। सितंबर में भी 10 इंच पानी गिरा था। इस बार स्थिति उल्टी है। जुलाई में लगभग हर दिन धूप रही। अगस्त के शुरुआती 4 दिन भी। पानी ठीक से नहीं बरसा है।
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