Purshottam’s feet became the face of the struggle of Janmabhoomi, not on the ground, the first worship of the temple image was done by Indore itself. | जन्मभूमि के संघर्ष का चेहरा बने पुरुषोत्तम के पांव जमीन पर नहीं, मंदिर की छवि का पहला पूजन भी इंदौर ने ही किया था

Purshottam’s feet became the face of the struggle of Janmabhoomi, not on the ground, the first worship of the temple image was done by Indore itself. | जन्मभूमि के संघर्ष का चेहरा बने पुरुषोत्तम के पांव जमीन पर नहीं, मंदिर की छवि का पहला पूजन भी इंदौर ने ही किया था


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Indore
  • Purshottam’s Feet Became The Face Of The Struggle Of Janmabhoomi, Not On The Ground, The First Worship Of The Temple Image Was Done By Indore Itself.

इंदौर14 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

मंदिर के मॉडल के साथ तत्कालीन विहिप प्रभारी अशोक गुप्ता, उनकी पत्नी साधना व बेटी सोनम।

  • विहिप उपाध्यक्ष हुकुमचंद सांवला के मुताबिक अयोध्या में भूमिपूजन में इंदौर से 50 लोग शामिल होंगे

श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर के स्वरूप (मॉडल) का सर्वप्रथम पूजन इंदौर में ही हुआ था। विहिप के तत्कालीन प्रभारी अशोक गुप्ता ने बताया- ‘सन 1989 में जिस गाड़ी से यह मॉडल प्रयाग जा रहा था वह गाड़ी इंदौर विहिप कार्यालय पर रुकी। गाड़ी में ड्राइवर सहित 3 लोग थे। सभी ने मेरे घर भोजन किया। मेरी पत्नी के आग्रह पर उन्होंने हमें मॉडल दिखाया। तब मेरी पत्नी ने इसकी पूजा की थी।’ विहिप उपाध्यक्ष हुकुमचंद सांवला के मुताबिक अयोध्या में भूमिपूजन में इंदौर से 50 लोग शामिल होंगे, जिनका नेतृत्व विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष वीएस कोकजे करेंगे।

गौड़ ने कहा- ये जीवन का सबसे बड़ा दिन

कारसेवा के लिए इंदौर से गई एक टोली कैलाश शर्मा, अरुण मोदी, पुरुषोत्तम गौड़ की थी। गौड़ ने सिर मुंडवा राम लिखवा लिया था। यह तस्वीर ख्यात मैग्जीन में प्रकाशित हुई और आंदोलन की प्रतिनिधि तस्वीर बन गई। मंगलवार को गौड़ ने कहा- ये जीवन का सबसे बड़ा दिन।

रामभक्त हनुमान के आंगन में जले दीप…

बजरंग नगर स्थित रामभक्त हनुमान मंदिर में मंगलवार को दीप जलाए गए। बुधवार को शहरभर में भगवा पताकाएं लहराएंगी। राम स्तुति, सुंदरकांड व हनुमान चालीसा के पाठ होंगे।

0



Source link