झाबुआ19 मिनट पहले
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- शहर के सभी शिव मंदिरों, माताजी मंदिरों में भी आयोजन हुए
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन के साथ ही शहर में भी सभी मंदिरों में आयोजन हुए। मुख्य आयोजन राजवाड़ा चौक पर 300 साल पुराने राम मंदिर पर किया गया। दोपहर साढ़े 12 बजे महाआरती पंडित विशाल त्रिवेदी ने की। भगवान राम और सीता के साथ भरत, लक्ष्मण की प्रतिमा का आकर्षक शृंगार किया गया था। मंदिर में दिनभर दर्शन के लिए लोग आते रहे। शहर के सभी शिव मंदिरों, माताजी मंदिरों में भी आयोजन हुए।
घरों को सजाया गया और शाम को मंदिरों के साथ घरों में दीपक जलाए गए। सुबह राम मंदिर में भजन मंडली ने भजन-कीर्तन और सुंदरकांड किया। रोटरी क्लब के मनोज अरोरा ने मंडली को 2100 रुपए भेंट किए। मंदिर के पुजारी पंडित त्रिवेदी ने बताया ये मंदिर काफी प्राचीन और आस्था का केंद्र है। यहां रामनवमी पर बड़ा आयोजन होता है। दशहरा और दीवाली पर भी विशेष पूजा होती है। लेकिन इस साल इस तरह का आयोजन अतिरिक्त हो रहा है। लोगों में रामनवमी और दिवाली जैसा उत्साह है। इस राम मंदिर में ही हमने कई बार अयोध्या में राम मंदिर बनने के लिए कामना की है।
लाइव देखा अयोध्या का आयोजन
अयोध्या में भूमिपूजन कार्यक्रम को लोगों ने टीवी पर लाइव देखा। विश्व हिंदू परिषद के हिमांशु त्रिवेदी ने कहा इस ऐतिहासिक क्षण का हर भारतवासी साक्षी बना। कार्यकर्ताओं और भील समाज सुधारक संघ ने गांवों में आयोजन किए। जिले से कई लोग कारसेवा के लिए अयोध्या गए थे।
शहर में पुलिस बंदोबस्त भी रहा
असामाजिक तत्वों द्वारा गड़बड़ी फैलाए जाने की आशंका को देखते हुए शहर में पुलिस बल तैनात किया गया था। अश्वरोही पुलिस के 4 जवान पूरे शहर में गश्त करते रहे। इसके अलावा राजवाड़ा चौक, पानी की टंकी, बस स्टैंड आदि इलाकों में फोर्स लगाया गया था।
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