NEP 2020| Union Education Minister will discuss about new national education policy on Monday in #mindminemonday, live session will be on social media at 5 pm | सोमवार को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा करेंगे केंद्रीय शिक्षा मंत्री, शाम 5 बजे सोशल मीडिया पर होगा लाइव सेशन

NEP 2020| Union Education Minister will discuss about new national education policy on Monday in #mindminemonday, live session will be on social media at 5 pm | सोमवार को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा करेंगे केंद्रीय शिक्षा मंत्री, शाम 5 बजे सोशल मीडिया पर होगा लाइव सेशन


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25 मिनट पहले

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  • दुनिया के लिए छात्रों को तैयार करने में नई नीति के रोल पर होगी चर्चा
  • सोशल मीडिया चैनलों ट्विटर और फेसबुक के जरिए होगा लाइव टेलीकास्ट

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सोमवार,10 अगस्त को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 पर चर्चा करेंगे। 34 साल बाद शिक्षा नीति में हुए बदलावों को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री अपने सोशल मीडिया चैनलों के जरिए शाम 5 बजे लाइव संवाद करेंगे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री दुनिया के लिए छात्रों को तैयार करेगी नई शिक्षा नीति पर अपने विचार रखेंगे। यह ट्विटर और फेसबुक के जरिए लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा।

ट्विटर के जरिए दी जानकारी

इस बारे में केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर जानकारी दी। इससे पहले उन्होंने इंटर्नशिप-इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम के दिशा-निर्देश भी लॉन्च किए थे। ये दिशानिर्देश विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जारी किए गए हैं और NEP के तहत किए गए सुझावों में से एक हिस्सा हैं। इस दौरान मंत्री ने कहा था कि अब संस्थानों को उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जहां नई शिक्षा नीति जल्द से जल्द लागू की जा सकें।

पीएम ने इस नीति को महायज्ञ बताया

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नई शिक्षा नीति पर आयोजित एक कॉनक्लेव में कहा कि “3-4 साल के व्यापक विचार-विमर्श और लाखों सुझावों के बाद एजुकेशन पॉलिसी को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति आने के बाद देश के किसी भी वर्ग से ये भेदभाव की बात नहीं उठी,इससे पता चलता है कि लोग सालों से चली आ रही शिक्षा व्यवस्था में बदलाव चाहते थे। इसके लिए हमें इच्छाशक्ति दिखानी होगी और इसके लिए तैयार रहना होगा। देश के वर्तमान और भविष्य को बदलने के लिए हितधारकों को इसे ‘महायज्ञ’ मानना ​​होगा।”

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