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- Sikh Youths Beaten Case In Barwani News Updates: IG Vivek Sharma Recorded Statements Today
बड़वानी5 घंटे पहले
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पीड़ित प्रेमसिंह सहित सिख समाज ने पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई के लिए शासन और पुलिस- प्रशासन को धन्यवाद कहा।
- सहायक उपनिरीक्षक सीताराम भटनागर और प्रधान आरक्षक मोहन जमरे पहले ही हाे चुके हैं सस्पेंड
- 6 अगस्त को पलसूद में पुलिस ने सिख युवकों को पीटा था, आईजी की जांच के बाद हुई कार्रवाई
बड़वानी में सिख युवकों की पिटाई मामले में पलसूद टीआई पर भी गाज गिरी है। 6 अगस्त को पुलिस द्वारा प्रेम सिंह की पिटाई किए जाने के मामले में की जांच करने पहुंचे आईजी विवेक शर्मा ने घटनास्थल का निरीक्षण कर दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए। प्रारंभिक जांच में थाना प्रभारी पलसूद का अपने स्टाफ पर प्रभावी नियंत्रण न होना और घटना के बाद वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित नहीं करवाया जाना पाया गया। इसके बाद आईजी ने बड़वानी एसपी को थाना प्रभारी पर कार्रवाई के लिए कहा था। मामले में सोमवार को एसपी ने थाना प्रभारी करण सिंह रावत को लाइन अटैच कर दिया। इसके अलावा जांच प्रभावित न हो इसलिए पीएसआई कविता कनेश को भी थाने से हटाकर पुलिस लाइन में पदस्थ किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने की थी कार्रवाई की मांग
मामला सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर, मंजिंदर सिंह सिरसा, सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कार्रवाई की मांग की थी। मामले में मुख्यमंत्री ने कहा था कि बड़वानी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना से मेरा हृदय द्रवित है। ऐसी बर्बरता और अराजकता मैं किसी भी हाल में सहन नहीं करूंगा। दोषियों को उनके कुकर्मों की सज़ा अवश्य मिलेगी। एएसआई सीताराम भटनागर और हेड कांस्टेबल मोहन जामरे को सिख बन्धुओं के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार के लिए तुरंत निलंबित किया गया है। सिखों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की जांच इंदौर आईजी द्वारा की जाएगी और इनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
कमलनाथ ने भी किया था ट्वीट
प्रेम सिंह चावला ग्रंथी जो की वर्षों से पुलिस चौकी के पास एक छोटी सी दुकान लगाकर अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं। उनको वहां की पुलिस ने अमानवीय तरीक़े से पीटा, उनकी पगड़ी उतार दी, बाल पकड़ कर बुरी तरह से सड़क पर उनकी पिटाई की। यह अत्याचार व गुंडागर्दी होकर सिख धर्म की पवित्र धार्मिक परंपराओं का अपमान भी है। ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती हैं। मैं सरकार से मांग करता हूं कि तत्काल दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो। पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिले।
पुलिस ने कहा था – युवक पर जबलपुर में चोरी का केस दर्ज, युवक ने कहा -कोई भी केस नहीं बड़वानी एसपी निमिष अग्रवाल के अनुसार गुरुवार शाम को पलसूद क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान बाइक पर दो सिकलीगर रोके गए थे। इनमें से एक का नाम प्रेम सिंह सिकलीगर पिता मगन सिंह निवासी वार्ड – 15 पलसूद था। थाना रिकार्ड अनुसार प्रेम सिंह पर सोने-चांदी के जेवर और नगदी चुराने का जबलपुर के पनागर, गोहलपुर और ग्वारीघाट थाने में केस दर्ज है। जब उससे वाहन के कागजात मांगे गए तो वह विवाद करने लगा। पुलिस को शंका हुई कि उसने शराब पी रखी है तो उसे मेडिकल के लिए थाने ले जाने की कोशिश। प्रारंभिक जांच में पुलिस द्वारा निर्धारित प्रक्रिया अनुसार कार्यवाही नहीं करना पाया गया है। वहीं, आरोप पर पीड़ित युवक का कहना है कि मेरे ऊपर किसी भी प्रकार का कोई केस दर्ज नहीं है। यह है मामला पलसूद के वार्ड क्रमांक – 15 में रहने वाला प्रेम सिंह सिकलीगर पुरानी पुलिस चौकी के पास ताला-चाबी की दुकान लगाता है। 6 अगस्त की शाम पुलिस बिना मास्क के घूमने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर रही थी। जिस समय पुलिस इस क्षेत्र में गश्ती करते हुए पहुंची प्रेम सिंह अपना सामान समेटकर बाइक से घर की ओर रवाना हो रहा था। पुलिस ने उससे गाड़ी के कागज मांगे। कागज नहीं होने पर उन्होंने चालन के 250 रुपए मांगे। इस पर प्रेम सिंह ने कहा कि उसने दिनभर में 200 रुपए ही कमाए हैं। 250 रुपए कहां से दूं। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो बाद में मारपीट में बदल गया।
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