Warning of strike in entire state over withdrawal of suspension of two doctors in Vidisha and Rewa, the association gave two days of deferment | विदिशा और रीवा में दो डॉक्टरों का निलंबन वापस नहीं लेने पर पूरे प्रदेश में हड़ताल की चेतावनी, एसोसिएशन ने दो दिन की मोहलत दी

Warning of strike in entire state over withdrawal of suspension of two doctors in Vidisha and Rewa, the association gave two days of deferment | विदिशा और रीवा में दो डॉक्टरों का निलंबन वापस नहीं लेने पर पूरे प्रदेश में हड़ताल की चेतावनी, एसोसिएशन ने दो दिन की मोहलत दी


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भोपाल3 घंटे पहले

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डॉक्टर राकेश मालवीय ने कहा कि मध्य प्रदेश में डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ 5 महीने से कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है, इसके बाद भी प्रशासनिक अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। – फाइल फोटो

  • सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मुख्यमंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को पत्र लिखा
  • विदिशा और रीवा मेडिकल कॉलेज के दो डॉक्टरों को निलंबित किया गया है, उन पर लापरवाही के आरोप हैं

सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को पत्र लिखकर प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ चेताया है। उन्होंने कहा है कि अगर रीवा और विदिशा मेडिकल कॉलेज में निलंबित किए गए दो डॉक्टरों का निलंबन आदेश दो दिन में रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर निलंबन रद्द नहीं किया गया तो इसके खिलाफ प्रदेश के समस्त मेडिकल टीचर और डॉक्टर प्रदेश व्यापी आंदोलन करेंगे।

सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश सचिव डॉ. राकेश मालवीय ने कहा कि पिछले 6 महीने से 24 घंटे कोविड वार्ड में डॉक्टर अपनी और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं। इसके बावजूद कोरोना वॉरियर्स डॉक्टरों पर प्रशासनिक अधिकारी मनमानी पूर्ण तरीके से कार्रवाई की जा रही है। ये रवैया अमानवीय है।

डॉ. राकेश मालवीय ने बताया कि हमने मंत्री जी को पत्र लिखकर इस मामले को तुरंत संज्ञान लेने और अनुचित कार्यवाही को सुधारने की मांग की है। जिसमें दोनों मेडिकल टीचर के निलंबन को 2 दिन में निरस्त करवाने के आदेश प्रशासनिक अधिकारियों को देने की अपील की है। डॉ. मालवीय ने कहा कि यदि सस्पेंड किए गए डॉक्टर को वापस नहीं लिया गया तो हड़ताल होगी। आईएएस अफसर अपनी विफलता कोरोना वॉरियर डॉक्टरों के ऊपर मढ़ रहे हैं।

ये है मामला
शासकीय मेडिकल कॉलेज विदिशा में कार्यरत प्रोफेसर एवं एनेस्थिसिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. अभिलेख जैन द्वारा कलेक्टर विदिशा के सामने अपनी बात रखने पर निलंबित कर दिया गया। दूसरा मामला रीवा मेडिकल कॉलेज का है, जिसमें यहां के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राकेश पटेल को डेड बॉडी की अदला-बदली के कारण कमिश्नर संभाग रीवा द्वारा निलंबित कर दिया गया है।

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