CM Shivraj arrived with wife to visit Birla temple; Prayed to Lord Krishna to eliminate corona from country and territory | बिरला मंदिर दर्शन के लिए पत्नी समेत पहुंचे सीएम शिवराज; भगवान श्री कृष्ण से देश और प्रदेश से कोरोना खत्म हो जाए, इसकी प्रार्थना की

CM Shivraj arrived with wife to visit Birla temple; Prayed to Lord Krishna to eliminate corona from country and territory | बिरला मंदिर दर्शन के लिए पत्नी समेत पहुंचे सीएम शिवराज; भगवान श्री कृष्ण से देश और प्रदेश से कोरोना खत्म हो जाए, इसकी प्रार्थना की


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भोपाल2 घंटे पहले

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भोपाल के बिरला मंदिर पहुंचे पत्नी समेत पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। उन्होंने भगवान की आरती में भाग लिया। फाेटो- अनिल दीक्षित

  • मंदिर में भक्तों की एहतियात के साथ एंट्री, मंदिर ने कोरोना के कारण बदला आरती का समय
  • 7.30 बजे की आरती भक्तों के लिए, 10 बजे लॉकडाउन होगा, इसलिए रात 12 बजे पुजारी करेंगे आरती
  • पटेल नगर के इस्कान मंदिर समेत कई मंदिरों ने भगवान के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की

श्री कृष्ण जन्माष्टमी राजधानी भोपाल में पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बिरला मंदिर भगवान के दर्शन के लिए पत्नी साधन सिंह के साथ पहुंचे। सीएम शिवराज ने भगवान श्री कृष्ण से कोरोना को देश और प्रदेश से खत्म करने की प्रार्थना की।

बिरला मंदिर में कोरोना को देखते हुए जन्मा अष्टमी पर आरती के दो समय कर दिए गए। पहली आरती शाम को 7.30 बजे रखी गई, जिसमें पूरे एहतियात के साथ भक्तों को एंट्री दी गई। चूंकि शहर में 10 बजे से लॉकडाउन लागू हो जाएगा। इसलिए आरती के समय में फेरबदल किया गया। इसके बाद यहां पर रात को 12 भगवान के जन्म लेने पर केवल मुख्य पुजारी पूजा-अर्चना करेंगे। इधर, शहर में पटेल नगर के इस्कान मंदिर समेत कई मंदिरों ने भगवान के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है।

भोपाल के बिरला मंदिर में भगवान का भव्य श्रृंगार किया गया है।

पूरे श्रद्धा और उल्लास से मनाई जा रही है कृष्ण जन्माष्टमी
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई जा रही है। कर्मयोगी श्रीकृष्ण के 5247वां जन्मोत्सव है, जिसे लोग घरों में ही उत्सव के रूप में मनाएंगे। महामारी के चलते ऐसा पहली बार होगा जब मंदिरों में भक्तों की भीड़ नहीं होगी। सीमित संख्या में पुजारी व पंडित ही भगवान का अभिषेक, पूजन करेंगे। रात 12 बजे जन्मोत्सव आरती होगी और इसी के साथ जयकारों व बधाई गीत गूंजने लगेंगे।

बिरला मंदिर में शाम को 7.30 बजे आरती की गई, यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। हालांकि इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का भी ध्यान रखा गया।

रात 12 बजे इस्कॉन मंदिर से लाइव दर्शन होंगे
आज रात 12 बजे पटेल नगर स्थित इस्कॉन मंदिर समेत कई मंदिर समितियों द्वारा पूजा-आरती के भक्तों को आन लाइन दर्शन कराए जाने की व्यवस्था की गई है। खास बात यह है कि भगवान का जन्मोत्सव कृतिका नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि आदि कई शुभ योगों के बीच मनाया जाएगा। आज उदया तिथि में अष्टमी रहने पर इसी दिन अधिकांश लोग जन्माष्टमी मनाएंगे। घरों व मंदिरों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पूर्व संध्या पर बाजारों में भी भीड़ दिखाई दी। लोगों ने लड्डू गोपाल की प्रतिमाएं, उनके श्रृंगार की सामग्री, मोर पंख व बांसुरी, मुकुट, वस्त्रों व पूजन सामग्री आदि की खरीदी की।

बिरला मंदिर में जन्माष्टमी पर सबसे ज्यादा भीड़ होती है।

शाम से घरों में सजी झांकियां, भगवान का दरबार
मंदिरों और घरों में शाम से भगवान के श्रृंगार, अभिषेक और पूजा का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। रात 12 बजते ही घरों व मंदिरों से भगवान की जन्मोत्सव आरती व आलकी की पालकी जय कन्हैया लाल की आदि जयघोष गुंजायमान होगा। पूजा में भगवान को पंजीरी, दही, माखन व लड्डुओं आदि का भोग लगाया जाएगा। कई मंदिरों व घरों में प्रतीकात्मक रूप से बच्चे दही हांडी फोड़ेंगे। इस बार ओम नमो भगवते वासुदेवाय आदि मंत्र जाप कर कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए प्रार्थना भी की जाएगी।

शहर में शाम से ही लोगों ने घरों में भगवान को खूबसूरती से सजाया। उन्हें झूले में विराजित किया।

पंडितों का कहना है कि यह भी संयोग है कि बुधवार को जन्माष्टमी पर कृतिका नक्षत्र और अष्टमी तिथि के साथ धनु राशि में बृहस्पति के होने का शुभ योगों का संयोग योग बन रहा है। ज्योतिषियों का मत है कि यह ऐसा संयोग कई दशक पहले बना था। रोहिणी नक्षत्र नहीं रहेगा, जो अगले दिन गुरुवार को होगा, जिसमें भगवान का जन्म हुआ था।

मंदिरों को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। भगवान श्री कृष्ण की शोभा देखते ही बन रही है।

मुख्य मंदिर मंदिर सजे
शहर के बिड़ला मंदिर, श्रीजी मंदिर लखेरापुरा, बरखेड़ी राधा कृष्ण मंदिर समेत कई मंदिरों में आकर्षक लाइटिंग कर सज्जा की गई है। घरों व मंदिरों में झंडियां, ध्वज व गुब्बारे लगाकर सजावट करने के साथ ही भगवान की लीलाओं पर आधारित झांकियां भी सजाई जाएंगी।

कन्हैया का तिलकोत्सव होगा
श्रीजी मंदिर में हरिहर उत्सव समिति द्वारा दोपहर 12.30 बजे तिलकोत्सव होगा। समिति के अतुल कौशल ने बताया कि हर साल निकलने वाली शोभा यात्रा इस बार नहीं निकलेगी। इसकी बजाए मंदिर में पांच महिलाएं भगवान की पालकी अपने हाथों से उठाकर मंदिर में ही उसकी परिक्रमा कराएंगी। इसी तरह दादाजी धाम मंदिर पटेल नगर, गुफा नेवरी, गिन्नौरी बांके बिहारी मंदिर मारवाड़ी रोड में भी रात 12 बजे जन्मोत्सव आरती होगी। मंदिर समितियों का कहना है कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाएगा। भगवान के दर्शन सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को आन लाइन कराएं जाएंगे।

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