- Hindi News
- Local
- Mp
- Menegi Janmashtami At 12 Pm At CM House; The Tradition Of Breaking The Mat Will Continue, Whenever The Sinners Grow, God Comes To Destroy The Sinners.
भोपालकुछ ही क्षण पहले
सीएम हाउस में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भव्य झांकी सजाई गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और साधना सिंह ने खुद झांकियां तैयार की हैं।
- सीएम हाउस में श्री कृष्णा की जन्म से लेकर पर्वत उठाकर प्रजा को बचाने तक की लीलाओं का चित्रण किया गया
कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान ने सीएम हाउस में कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां की हैं। मुख्यमंत्री शिवराज की पत्नी साधना सिंह चौहान ने कृष्ण की लीलाओं से घर के मंदिर की साज सज्जा की है।
सीएम हाउस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का खूबसूरती से चित्रण किया गया है। गोवर्धन पर्वत उठाकर लोगों की रक्षा करने वाले श्री कृष्णा।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में सीएम शिवराज ने कहा- जब-जब धर्म की हानि होती है, अधर्म बढ़ता है। असुर-पापी बढ़ते हैं तो उनका विनाश करने और सज्जनों का उद्धार करने भगवान बार-बार इस धरती पर आते हैं। ये गीता जी में कहा है। मैं संपूर्ण प्रदेश वासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देता हूं। कन्हैया से यही प्रार्थना है कि सुख समृद्धि देश और जनता की जिंदगी में आए। सब सुखी हों, सबका कल्याण हो। कोरोना अब हमारे देश और दुनिया से भाग जाए, समाप्त हो। कोरोना की लड़ाई में हमारी विजय हो।

राधा और गोपियों के संग रास करने वाले लीलाधर।
इस बार केवल हम लोग परिजन, बहुत थोड़ी संख्या में, वैसे पूरे प्रदेशवासी ही मेरे परिजन हैं। भगवान कन्हैया की पूजा सुबह की है, झांकी बनाई गई हैं घर के अंदर। रात को 12 बजे कान्हा जन्मदिन मनाएंगे। पहले मटकी फोड़ने में बहुत भीड़ होती थी, अब भीड़ नहीं होगी, मगर मटकी फोड़ने की परंपरा कायम रहेगी। गाइडलाइन का पूरा पालन करते हुए घर के अंदर ही कन्हैया का जन्म दिन मनाएंगे। हमारी धर्मपत्नी खुद अपने हाथों से भगवान कन्हैया की झांकी तैयार करती हैं। इसमें उन्होंने भगवान की सारी लीलाएं चित्रित की गई हैं।

भगवान श्रीकृष्णा को पिता वासुदेव ने यमुना पार कराया।
सीएम हाउस में जन्म से लेकर पर्वत उठाने तक की लीलाओं का चित्रण
मुख्यमंत्री निवास में श्री कृष्ण के जन्म से लेकर गोवर्धन पर्वत को उठाने तक की झांकियां तैयार की गई हैं। कृष्ण जन्म, श्री कृष्ण का गोप-गोपियों के साथ खेल, माखन चोरी, बांसुरी वादन, राधा कृष्ण प्रेम और गोवर्धन पर्वत की झांकी तैयार की गई है।

भगवान श्री कृष्ण की मनोहारी झांकी। यशोदा के नंदलाल को रिझाती गोपिकाएं।