राजगढ़22 मिनट पहले
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- परशुराम सागर में सुबह बड़ी मात्रा में मछलियां मरी मिली, टली करंट से जनहानि
परशुराम सागर में गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में मछलियां मरी हुई मिलीं। सुबह-सुबह जल मंदिर के आसपास सफाई करने पहुंचे स्वच्छता कर्मचारी ने इसे देखा और नपा के स्वच्छता पर्यवेक्षक रामगोपाल वाल्मीकि को इसकी सूचना दी। जिन्होंने तालाब में मत्स्य पालन के ठेकेदार धीरज बाथम को इसके बारे में बताया। इसी बीच मत्स्य पालन समिति के शिव बाथम और अन्य सदस्य भी रोज की तरह मछलियों को पकड़ने और उनकी मॉनिटरिंग के लिए तालाब में पहुंचे। वहां बड़ी संख्या में मरी हुई मछलियां देखकर हैरान रह गए। इसके बाद मरी हुई मछलियों को निकालना शुरू किया गया। घटना में लगभग 10 क्विंटल मछलियों की मौत हुई है। खास बात यह है कि तालाब में फैलाए गए करंट की चपेट में कोई व्यक्ति नहीं आया अन्यथा बड़ी दुर्घटना भी हो सकती थी। माना जा रहा है कि नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से ही यह घटना की गई थी। क्योंकि करंट से मारी गई मछलियां खाने के काम नहीं आतीं।
लगभग एक साल पहले भी ऐसा हुआ था: तालाब में लगभग एक साल पहले भी इसी तरह से मछलियों को मारा गया था। तब भी जल मंदिर के लाइट कनेक्शन से साइकिल के रिंग को जोड़कर नीचे पानी में डालकर करंट छोड़ने का तरीका अपनाया गया था।
मामले की जांच कर रहे हैं
^तालाब में करंट से हुई मछलियों की मौत के मामले में संबंधित मत्स्य उद्योग समिति से आवेदन ले लिया है। जांच कर रहे हैं।
-दिनेश सिंह चौहान, टीआई, नरसिंहगढ़।
लगभग 5 से 10 मीटर तक पानी में फैलता है करंट : जिस तरह मछलियों को मारा गया, इस तरीके से पानी में करंट छोड़ने पर इसका प्रभाव 5 से 10 मीटर के दायरे में रहता है। इसलिए एकदम से इस तरह की हरकतों को पकड़ना भी मुश्किल हो जाता है।
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