स्वतंत्रता दिवस पर इंदौर में जागरुकता अभियान शुरू किया गया.
वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) की मुहिम को बढ़ावा देते हुए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर में नागरिकों के एक समूह ने सरकार से मांग की है कि देशी कुत्तों की नस्ल के प्रति जागरुकता के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए.
ये नागरिक सभी देशवासियों से कह रह रहे हैं कि हमारे देश में बहुत सारे पशु प्रेमी लोग है, परंतु उनका झुकाव अधिकतर विदेशी नस्ल की ब्रीड्स की तरफ ज्यादा है. जबकि हमारे देश में बहुत सारे स्ट्रीट डॉग्स हैं, जो किसी भी प्यार भरी गोद में जाने के लिए आस लगाए बैठे हैं. कई लोग इन स्ट्रीट डॉग्स की अनदेखी करते हुए पैसे की चकाचौंध में विदेशी ब्रीड्स को के डॉग्स खरीद रहे हैं, जिसके चलते हमारे अपने देशी नश्ल के श्वान अपने ही देश में लावारिस जैसा जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हैं. वे बेसहारा, बेजुबान प्राणी भूखे प्यासे अपने ही लोगों के प्यार से वंचित शहर की गलियों में आवारा घूमते हुए लोगों को अपना शिकार बनाते हैं.
स्वतंत्रता दिवस पर स्वदेशी अपनाने का संदेश
इंदौर के पशु प्रेमी प्रधानमंत्री आग्रह कर रहे हैं कि जिस तरह टिकटॉक समेत विदेशी एप पर प्रतिबंध लगाया गया है. उसी तरह इन विदेशी नस्ल के जीवों पर भी तब तक प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, जब तक अपने देश का एक एक स्ट्रीट डॉग को घर और प्यार भरा वातावरण नहीं मिल जाता. देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर सभी लोग स्वदेशी अपनाओ की मुहिम के चलते हमारे अपने प्यारे देशी डॉग्स को अपनाएं. विदेशी नस्ल के जीव 50 हज़ार से 1 लाख रुपए कीमत तक खरीदे और बेचे जाते हैं. उनका बहुत ही बड़ा व्यापार हो रहा है.