मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लेकर बयान दिया है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन में कांग्रेस (Congress) के कार्यकर्ताओं ने ज्योतिरादित्या सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को काला झंडा दिखाया था. इस पर ही मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया है.
उज्जैन में सिंधिया को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए थे. इस मुद्दे पर नरोत्तम मिश्रा ने बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्तओं ने दो चार सीटे ज्यादा जीता दी, लेकिन उनके नेता ये संभाल नहीं पाए. कार्यकताओं का ध्यान भटकाने के लिए नेताओं ने ऐसा किया है. कांग्रेस कार्यकर्ता मेहनती हैं और उन्होंने ही सरकार बनवाई थी, लेकिन अब नेता उनका ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं. अब किसी दूसरे नेता को छोड़कर कांग्रेस कार्यकर्ताओ को कमलनाथ का घेराव करना चाहिए.
कांग्रेस नेताओं पर उठाए सवाल
नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेताओं पर सवाल उठाए हैं. सुप्रीम कोर्ट के नोटिस पर उन्होंने कहा कि जो सम्मानित विधायक कोर्ट में गए है, उनके ज्ञान पर प्रश्नचिह्न नहीं खड़े कर रहा हूं. न ही मेरा बयान न्यायालय का अपमान कर रहा है. अयोग्यता या योग्यता तब होता है, जब सम्मानित सदस्य सदन के सदस्य हो, जो लोग इस्तीफा दे चुके, वो सदस्य हैं ही नहीं. कोर्ट में जाने से पहले पूछ लेते. ये अकेली बात नही है. कांग्रेस के बड़े नेता ने कहा कि विधानसभा में कई प्रश्न लगे हैं. उसका क्या होगा. सत्र ही नहीं शून्य हो गया उसके प्रश्न कैसे जिंदा होंगे.बासमती को जीआई टैग पर सियासत
बासमती को जीआई टैग दिलवाने की मांग को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बड़ी विचित्र स्थिति है कांग्रेस की. उनके एक मुख्यमंत्री बोलते है कि बासमती को जीआई टैग नहीं मिलना चाहिए. एक पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि बासमती के लिए हमारे साथ धरने पर बैठें. एक पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरकांड करवाते हैं. एक मुख्यमंत्री लंका कांड करवाते हैं. ये किसान और जनता को बेवकूफ समझते है। जिसके चलते कांग्रेस देश से लगभग समाप्त हो गई है.