इन कामों में अभी तक 79 लाख 80 हजार श्रमिकों को रोजगार दिलाया गया है. बीते साल आज की स्थिति में 47 लाख 75 हजार मजदूरों को मनरेगा के तहत काम दिया गया था. इस साल बड़ी संख्या में मजदूरों को काम दिए जाने के साथ ही कई काम किए जा रहे हैं. मनरेगा के तहत धार जिले के सूलीबर्डी गांव में फौसिल पार्क, श्योपुर जिले के रायपुरा में बावड़ी जीर्णोद्धार, ग्वालियर जिले के बन्हेरी में गौ-शाला निर्माण और बालाघाट जिले में नहर गहरीकरण के काम हुए हैं.
सीएम ने किया संवाद
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान ग्राम बन्हेरी जिला ग्वालियर के अजब सिंह और हरी रावत से बात की. उन्होंने बताया कि वो गांव में तैयार की जा रही है गौ-शाला में काम कर रहे हैं. उन्हें समय पर मजदूरी भी मिली है. मनरेगा से बनाई जा रही इस गौशाला में 1500 गौवंश को रखने की व्यवस्था रहेगी. गौ-शाला के साथ ही मंदिर सरोवर का निर्माण भी किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा गौ-शाला के शुभारंभ के लिए वो खुद बन्हेरी आएंगे.बैतूल में बनी नक्षत्र वाटिका
बैतूल जिले के ग्राम कान्हाबाड़ी की कान्ति देवी ने मुख्यमंत्री को बताया कि वहां पर मनरेगा से नक्षत्र वाटिका तैयार की गई है. उसमें 27 नक्षत्र, 12 राशि और 9 गृहों के पौधे लगाए गए हैं. वाटिका में एक्यूप्रेशर ट्रैक और पाथ-वे भी बनाया गया है. इसमें गांव की महिलाओं ने मिस्त्री का काम किया है.
900 साल पुरानी बावड़ी का जीर्णोद्धार
रायपुरा-श्योपुर के मनरेगा मजदूर बाबूलाल बैखा और हरीश शर्मा ने बताया कि वे बावड़ी जीर्णोद्धार का काम कर रहे हैं. ये बावड़ी 900 साल पुरानी गौड़ राजवंश काल की है. श्योपुर जिले में इस प्रकार की 9 बावड़ियों के जीर्णोद्धार और सौन्दर्यीकरण का काम कराया जा रहा है.
मनरेगा से जुड़े कुछ अहम तथ्य
· प्रदेश में 2020-21 में 20.50 करोड़ मानव दिवस का लेबर बजट. इसके अलावा आत्मनिर्भर भारत के तहत 40 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान
·प्रदेश में अब तक 7 लाख 81 हजार काम
·इनमें से एक लाख 52 हजार के काम जारी
·पिछले वर्ष की तुलना में दुगने श्रमिकों को काम
·एक दिन में अधिकतम 25 लाख 30 श्रमिकों का नियोजन जो अपने आप में रिकॉर्ड है
·प्रदेश में अब तक 79 लाख 80 हजार श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए.
·जल संरक्षण और जल दोहन के काम को प्राथमिकता
·4 हजार गौशालाऐं और इनके साथ 5 एकड़ भूमि चरगाह के लिए विकसित हो रही है.
·मानसून में भी श्रमिकों का अधिक से अधिक नियोजन. इस दृष्टि से काम की प्लानिंग
·14.90 श्रमिकों को नवीन जॉबकार्ड उपलब्ध कराए गए, जो पिछले 12 साल में सबसे ज़्यादा है.
·इस वित्तीय वर्ष में अब तक 13.82 करोड़ मानव दिवस सृजित
·अब तक 2 हजार 889 करोड़ का भुगतान मजदूरी के रूप में किया गया