कमलनाथ ही होंगे नेता प्रतिपक्ष, 5 महीने बाद पार्टी ने सचिवालय को भेजी चिट्ठी | bhopal – News in Hindi

कमलनाथ ही होंगे नेता प्रतिपक्ष, 5 महीने बाद पार्टी ने सचिवालय को भेजी चिट्ठी | bhopal – News in Hindi


पूर्व सीएम कमलनाथ अभी पीसीसी चीफ भी हैं

एमपी कांग्रेस (MPCC) की तरफ से प्रमुख सचिव विधानसभा को भेजी गई चिट्ठी में सूचना दी गयी है कि कांग्रेस विधायक दल का नेता और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ (Kamalnath) होंगे.

भोपाल. पूर्व सीएम कमलनाथ (kamalnath) ही मध्य प्रदेश (MP) के नेता प्रतिपक्ष होंगे. इसकी सूचना विधानसभा सचिवालय को भेज दी गयी है. हालांकि पार्टी ने नेता का नाम तय करने में 5 महीने लगा दिए. विधानसभा उपचुनाव से पहले पार्टी के साथ-साथ विधानसभा में पार्टी की कमान भी कमलनाथ ही संभालेंगे.

मध्य प्रदेश में सत्ता गंवाने के बाद नेता प्रतिपक्ष को लेकर कांग्रेस में मची खींचतान आखिरकार आज खत्म हो गयी. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से संगठन प्रभारी चंद्र प्रभाष शेखर ने विधानसभा में विपक्ष के नेता के नाम की चिट्ठी विधानसभा सचिवालय को भेज दी है.  एमपी कांग्रेस की तरफ से प्रमुख सचिव विधानसभा को भेजी गई चिट्ठी में सूचना दी गयी है कि कांग्रेस विधायक दल का नेता और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ होंगे.

5 महीने में तय हुआ नेता प्रतिपक्ष
प्रदेश में नयी सरकार के गठन के करीब 5 महीने बीतने के बाद कांग्रेस पार्टी विपक्ष का नेता तय कर पायी है. इससे पहले नेता प्रतिपक्ष के लिए डॉक्टर गोविंद सिंह, एनपी प्रजापति, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन का नाम तेजी के साथ चला था. लेकिन उपचुनाव से पहले पार्टी को एकजुट रखने के लिए कमलनाथ के नाम पर ही सबकी सहमति बन पायी.बीजेपी कर रही थी हमला

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का नाम तय नहीं कर पाने के लिए बीजेपी लगातार कांग्रेस पर तंज कस रही थी. बीजेपी ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी सदन में विपक्ष का नेता तय नहीं कर पा रही है.  ऐसे में उपचुनाव में पार्टी किस तरह जीत हासिल करेगी. विपक्ष के तमाम सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ को ही अपना नेता चुन लिया.

प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने दी बधाई 
विधानसभा में कमलनाथ के नेता प्रतिपक्ष  नियुक्त होने पर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने बधाई दी है. रामेश्वर शर्मा ने ट्वीट कर कमलनाथ को विपक्ष का नेता नियुक्त होने पर शुभकामनाएं दी हैं.

ये है नियम

नियम प्रक्रियाओं के मुताबिक विधानसभा में विपक्ष के नेता के लिए विपक्षी पार्टी की तरफ से चिट्ठी भेजी जाती है .कांग्रेस ने सचिवालय को चिट्ठी भेजने में 5 महीने का समय लगा दिया.

सितंबर के आखिरी सप्ताह में हो सकता है विधानसभा सत्र
विधानसभा का आगामी सत्र सितंबर के आखिरी में हो सकता है. इसमें विधानसभा स्पीकर के चुनाव से लेकर सरकार के कोरोना संक्रमण में लाए गए अध्यादेश को मंजूरी दी जाएगी. विधानसभा के आगामी सत्र में विपक्ष के नेता के तौर पर कमलनाथ की भूमिका अहम होगी. कांग्रेस ने अब तय कर दिया है कि प्रदेश में 27 विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस के साथ-साथ विधानसभा में भी पार्टी की कमान कमलनाथ के हाथ में ही रहेगी. करेंगे





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