Income Tax Raid In Bhopal Today; Faith Builders and Realities Pvt Owner Raghvendra Singh Tomar Property Details Latest Updates | फेथ बिल्डर के पास से 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिलने की आशंका, आयकर विभाग की कार्रवाई जारी

Income Tax Raid In Bhopal Today; Faith Builders and Realities Pvt Owner Raghvendra Singh Tomar Property Details Latest Updates | फेथ बिल्डर के पास से 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिलने की आशंका, आयकर विभाग की कार्रवाई जारी


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भोपाल10 मिनट पहले

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फेथ बिल्डर के प्रमोटर राघवेंद्र सिंह तोमर के साथ सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया। ऐसी कई तस्वीरें राघवेंद्र सिंह तोमर के फेसबुक पेज पर हैं। अब इसे लेकर कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है।

  • आयकर विभाग को कुल 112 बेनामी संपत्तियों की सूची मिली, प्लाट, फ्लैट और जमीनें शामिल
  • सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने भिंड की सभा में राघवेंद्र को छोटा भाई बताया था

फेथ ग्रुप के प्रमोटर राघवेंद्र सिंह तोमर के भोपाल और इंदौर के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर हुई छापे की कार्रवाई में आयकर विभाग को इन छापों में लगभग 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिलने की संभावना है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग के पास कुल 112 बेनामी संपत्तियों की सूची है। जिसके आधार पर वह जांच कर रही है। इस संपत्ति से भोपाल में 357 एकड़ जमीन, 22 रेसीडेंसियल प्लाट, 7 फ्लेट, 6 मकान, 4 डुप्लेक्स, 2 होटल/रिसोर्ट एवं 8 रेसीडेंसियल प्रोजेक्ट, 2 शापिंग मॉल, 4 दुकानें, 2 होटल्स आदि में निवेश किया है। हालांकि अब तक आयकर विभाग की तरफ से इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया गया है। सूत्र बताते हैं कि आयकर विभाग फेथ ग्रुप के प्रमोटर और मालिक राघवेंद्र सिंह तोमर के साथ अन्य व्यापारियों के नाम भी सामने आ रहे हैं। बिल्डर होशंगाबाद के एसपी के साले हैं। भोपाल के जो बिल्डर और व्यवसायी आयकर के निशाने पर हैं, उनमें फैथ बिल्डर के राघवेन्द्र सिंह तोमर के साथ ही आठ अन्य व्यापारी शामिल हैं। कोरोना काल में जब पूरे देश में आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में भोपाल में हो रही इस कार्रवाई को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है
बताया जा रहा है कि पिछले साल ईडी के डायरेक्टर को एक शिकायत हुई थी कि जिसमें भोपाल के अधिकारियों और नेताओं का पैसा फेथ बिल्डर और इनसे जुड़ी अन्य कंपनियों में लगे होने की जानकारी दी गई थी। ईडी ने केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को पत्र लिखकर मामले की जांच कराई। बताया जाता है कि प्रत्यक्ष कर बोर्ड की गोपनीय जांच में पता चला था कि बिल्डर के पास प्रदेश के रिटायर अधिकारियों का लगभग 500 करोड़ रुपये लगा है। जिसे उन्होंने एकेडमी और कई प्रोजेक्ट में निवेश किया है। इस संपत्ति से भोपाल में 357 एकड़ जमीन, 22 रेसीडेंशियल प्लाट, 7 फ्लेट, 6 मकान, 4 डुप्लेक्स, 2 होटल/रिसोर्ट एवं 8 रेसीडेंशियल प्रोजेक्ट, 2 शापिंग मॉल, 4 दुकानें, 2 होटल्स आदि में निवेश किया है। हालांकि आयकर विभाग ने अभी इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है।

मंत्री भदौरिया ने सार्वजनिक सभा में छोटा भाई बताया था
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने कहा कि बिल्डर व्यापमं घोटाले के प्री-पीजी मामले में भी संदिग्ध रहे, मंत्री अरविंद भदौरिया के ख़ास हैं। उन्होंने भिंड में एक सार्वजनिक सभा राघवेंद्र सिंह तोमर को अपना छोटा भाई बताया था। ऐसे राघवेंद्र सिंह तोमर के यहां पड़े आयकर छापों के बाद सच्चाई सामने आने पर सरकार के मंत्री से उनके संबंधो पर भाजपा को जवाब देना चाहिए।

मंत्री भदौरिया ने सार्वजनिक सभा में छोटा भाई बताया था
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने कहा कि बिल्डर व्यापमं घोटाले के प्री-पीजी मामले में भी संदिग्ध रहे, मंत्री अरविंद भदौरिया के ख़ास हैं। उन्होंने भिंड में एक सार्वजनिक सभा राघवेंद्र सिंह तोमर को अपना छोटा भाई बताया था। ऐसे राघवेंद्र सिंह तोमर के यहां पड़े आयकर छापों के बाद सच्चाई सामने आने पर सरकार के मंत्री से उनके संबंधो पर भाजपा को जवाब देना चाहिए। नरेंद्र सलूजा ने पूछा कि मंत्री भदौरिया का राघवेंद्र सिंह से क्या रिश्ता है? किन-किन और मंत्रियों की राघवेंद्र तोमर से निकटता है? किस मंत्री की काली कमाई इनके पास लगी हुई है? भाजपा के कई बड़े नेताओं की नज़दीकी की तस्वीरें तोमर के साथ सोशल मीडिया पर है।​​​​​​​
ग्वालियर चंबल की अंतर्कलह है आयकर छापों की वजह
नरेंद्र सलूजा ने कहा कि भाजपा की ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में अंतर्कलह चरम पर है और यही इस छापे की वजह है। भाजपा के गुटों में अब एक दूसरे को निबटाने का खेल शुरू हो गया है। एक मंत्री की अति और बढ़ते क़द के पर कतरने के लिए ये छापे मारे गए हैं। पैसे में भी गोलमाल इसकी वजह हो सकती है। मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया होम क्वारैंटाइन भी बिल्डर के आशियाने पर ही हुए थे।

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