प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के परिणामों का ऐलान गुरुवार को किया, जिसमें इंदौर शहर को देश में सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है. इस रैंकिंग के बाद बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है.
इंदौर के नम्बर वन घोषित होने की ये 6 प्रमुख वजहें रहीं –
1. सिटीजन फीडबैक – इंदौर के लोगों ने स्वच्छता को न सिर्फ सराहा बल्कि उनके जवाबों के कारण इंदौर फिर नंबर 1 बन सका2. वेस्ट रिडक्शन – सिंगल यूज प्लास्टिक बैन किया,डिस्पोजल के स्थान पर बर्तन बैंक और थैलियों के विकल्प में झोला बैंक शुरू किया, डिस्पोजल फ्री बनाए गए 56 दुकान और सराफा मार्केट
3.रेवेन्यू कलेक्शन – इंदौर ने कचरा प्रबंधन शुल्क के 40 करोड़ वसूले,ये वो शिखर था, जिसे कोई दूसरा शहर छू भी नहीं सका। यहां तक नं. 2 रहे भोपाल में भी कचरा प्रबंधन शुल्क 15 करोड़ से ज्यादा नहीं बताया गया
4. शहर की 16 हजार इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किया गया
5. घरों से निकलने वाले गीले कचरे को घरों में ही खाद में बदलकर 10 से ज्यादा कॉलोनियों को जीरो वेस्ट कॉलोनी बनाया गया
6. ट्रेंचिंग ग्राउंड में 15 लाख टन पुराना कचरा हटाकर 60 हजार से ज्यादा पौधे लगाकर सिटी फॉरेस्ट बनाया गया
इसलिए सुधरी भोपाल की स्वच्छता की रैंक –
>> कैरी यॉर ऑन बैग व कैरी यॉर ऑन बॉटल के स्लोगन से चले अभियान
>> शहर में कचरे के साथ आने वाले कपड़ों को आदमपुर छावनी में सेग्रीगेट करके उनसे रस्सी बनाई जा रही
>> शहर में बर्तन बैंकों की स्थापना कर सार्वजनिक समारोह में प्लास्टिक डिस्पोजेबल के उपयोग में कमी आई
>> जीरो वेस्ट कॉलोनी: सलैया स्थित आकृति ईको सिटी ब्लू स्काई हाइराइज अपार्टमेंट को निगम ने जीरो वेस्ट कॉलोनी घोषित किया
>>गणेशोत्सव, दुर्गोत्सव में शहर की झांकियों में उपयोग होने वाले फूलों को इकट्ठा करके अगरबत्ती बनाईं गईं
इंदौर में जश्न शुरू
चौथी बार नंबर-1 बनने पर इंदौर में जश्न शुरू हो गया है. सांसद शंकर लालवानी ने लोगों से अपील की है कि वे शाम को घर-घर दीप जलाएं और शंख, थालियां बजाएं और शुक्रवार को सुबह घर-घर आने वाले सफाई कर्मियों का सम्मान करें. उन्हें माला पहनाकर आरती उतारें और मिठाई खिलाएं. इंदौर सफाई में लगातार चौथी बार अव्वल इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने लोगों को बधाई दी. इंदौर नगर निगम में कमिश्रनर रहते कलेक्टर मनीष सिंह ने सफाई की अलख जगाई थी.