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- People Started Returning After Water In Damkheda, Water Is Still Full In Homes; Administration’s Rescue Work In Pipli Village Too
भोपाल8 मिनट पहले
फोटो दामखेड़ा झुग्गी की है, जहां पर भारी बारिश के बाद कलियासोत डैम के गेट खोलने से शनिवार को बस्ती में पानी भर गया। इससे यहां के लोगों को बस्ती छोड़नी पड़ी थी।
- बचाव दल, होमगार्ड और रेस्क्यू टीम निचले इलाको में कर रही है बचाव कार्य
- जलभराव वाले क्षेत्र से लोगों को स्कूल और सामुदायिक भवनों में पहुंचाया गया
भारी बारिश के बाद भोपाल के दामखेड़ा इलाके में जनजीवन को पटरी पर आने में अभी और वक्त लग सकता है। इस इलाके में कलियासोत नदी ने तबाही मचाई है। बांध के गेट खोले जाने पर नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया था और लोगों को बस्ती छोड़ना पड़ी थी। लोगों को राहत शिविर में ठहराया गया है। हालांकि, रविवार को बस्ती से कुछ पानी उतरने पर लोग घर पहुंचकर पानी निकालने की जद्दोजहद में जुट गए हैं।
समरधा, कलियासोत के टोला, परवलिया, 11 मिल क्षेत्र, बैरसिया क्षेत्र के कुछ इलाकों में भी पानी भरा हुआ है। जिला प्रशासन के बचाव दल ने इलाके के 110 लोगों को अवंतिका हायर सेकेंडरी स्कूल, समरधा सहित अन्य जगहों पर शिफ्ट कराया गया। जिले में अलग-अलग जगहों पर 85 से अधिक लोगों और 50 से अधिक जानवरों को रेस्क्यू किया गया है। कलियासोत नदी उफनाने से पीपली गांव में पानी भर गया है। गांव के लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है।
बारिश से प्रभावित लोगों को राहत शिविर में ठहराया गया है।
बढ़ते जलस्तर के कारण शनिवार को कोलार डैम के तीन गेट खोले गए। जलस्तर शुक्रवार की रात तक 453.92 मीटर था। शनिवार सुबह 8 बजे 454.36 मीटर था, रात 10 बजे यह 460 मीटर तक पहुंच गया था। डैम का फुल टैंक लेवल 462.20 मीटर है। लगातार तेज बरसात के कारण शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया। सबसे ज्यादा भयावह हालात कोलार के दामखेड़ा में बने। यहां घरों का सामान गलियों में बहता देखा गया। लोग छोटे बच्चों और जरूरी सामान को लेकर परेशान होते रहे।
दामखेड़ा के आसपास की कुछ कॉलोनियों में भी मकानों में पानी भर गया। कलियासोत का पानी स्वर्ण जयंती पार्क से होते हुए इंडस एम्पायर में घुस गया। कॉलोनी के कई मकानों में पांच फीट तक पानी भरा हुआ था। कुछ परिवार ऊपरी मंजिलों पर शिफ्ट हो गए हैं। महामाई का बाग और पुष्पा नगर के मकानों में भी फिर पानी भर गया।